नई दिल्ली। कांग्रेस में वरिष्ठ नेता रह-रहकर ना केवल पार्टी छोड़ रहे हैं, बल्कि आरोप-प्रत्यारोप लगाने से नहीं चूक रहे हैं। अब कर्नाटक के पूर्व सीएम और पूर्व केन्द्रीय मंत्री एस.एम. कृष्णा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया के समक्ष इस्तीफे की घोषणा करते हुए कृष्णा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में वफादार नेताओं और कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है। मुझे भी पार्टी ने दरकिनार कर रखा है, जिसने पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित कर दिया था। इससे मुझे दुख है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस को इन दिनों नेताओं और कार्यकर्ताओं की जरुरत नहीं है, बल्कि मैनेजरों की जरूरत है, जो स्थिति संभाल सके। जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा प्रधानमंत्री थीं, तब से मैं कांग्रेस में हूं। मुझे बूढ़ा कहकर अनदेखी की जा रही है। पिछले चुनाव में दौरे कर रहा था, तब किसी ने भी मेरी उम्र नहीं देखी। कृष्णा ने यह भी कहा कि दुर्भाग्य से मैंने यह फैसला किया है। मुझे लगता है कि कांग्रेस को मेरी जरूरत नहीं है। इस्तीफे को लेकर कृष्णा ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर राजनीति से संयास की बात कही है। साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से मुक्त करने की मांग रखी है। 84 वर्षीय कृष्णा 1968 में मांड्या से सांसद चुने थे। वे इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे। 1999 में कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की जीत में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही और वे वहां के मुख्यमंत्री रहे।