-पायलट ने पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साध दिया
जयपुर. पेपर लीक प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच शुरू हुआ वाकयुद्ध जारी है। पायलट ने बुधवार को पेपर लीक मामले पर इशारों इशारों में मुख्यमंत्री गहलोत पर भी निशाना साध दिया। उन्होंने गहलोत के बयान का जवाब देते हुए यह सवाल खड़ा किया कि कोई नेता-अफसर लिप्त नहीं है तो फिर बंद तिजोरी में से पेपर बाहर कैसे आ गया। यह तो जादूगरी हो गई। पायलट बुधवार को झुंझुनूं जिले के गुड़ा गांव में आयोजित किसान सम्मेलन में बोल रहे थे। पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से नेता और अफसरों को क्लीन चिट दिए जाने के बयान को लेकर उन्होंने बिना गहलोत का नाम लिए हुआ कहा पेपर लीक प्रकरण में कहा जा रहा है कि कोई अधिकारी या कोई नेता लिप्त नहीं है। लेकिन परीक्षा के पेपर तिजोरी में बंद होते हैं, वह बाहर बच्चों तक पहुंच गई…यह किसी जादूगिरी से कम नहीं है। ऐसे कैसे हो सकता है, ऐसा संभव नहीं है। कोई ना कोई तो जिम्मेदार होगा। इतना बड़ा हादसा अगर लगातार होता है तो जिम्मेदारी तो तय करनी ही पड़ेगी। पायलट ने बड़े अफसरों को रिटायरमेंट के बाद राजनीतिक नियुक्तियां देने पर भी गहलोत का नाम लिए बिना तीखा हमला बोला है। पेपर लीक मामले में अफसरों को क्लीन चिट देने के सीएम गहलोत के बयान पर पायलट ने कहा जब बार-बार पेपर लीक होते हैं तो हमें दुख होता है। इसके लिए जिम्मेदारी तय करके एक्शन लेना होगा। पायलट ने कहा ऐसा संभव नहीं है कि कोई अफसर जिम्मेदार नहीं है। कोई न कोई तो जिम्मेदार होगा। पायलट झुंझुनूं जिले के गुढ़ा में किसान सम्मेलन में बोल रहे थे। पायलट ने अफसरों को बड़े पैमाने पर राजनीतिक नियुक्तियां देने पर भी सवाल उठाए। पायलट ने कहा बहुत से लोगों को राजनीतिक नियुक्तियां दीं, लेकिन जिन लोगों ने सरकार बनाने के लिए खून-पसीना बहाया। उनका अनुपात सुधारना होगा। पायलट ने कहा प्रदेश में बहुत से ऊंचे अधिकारी हैं, जो अधिकारी हमारी सरकार में काम करते हैं। उन्हें यह फर्क नहीं पड़ता कि कि राज कांग्रेस का है या बीजेपी का है। अफसर तो राज की नौकरी करते हैं। बड़े अफसरों को भी हमें राज में मौका देना हो तो दीजिए, लेकिन अनुपात बेहतर होना चाहिए। उन्होंने कहा कांग्रेस का वर्कर चाहे मेरा समर्थक हो या किसी और का हो, उसे कोई राजनीतिक नियुक्तियों में पद दें तो उसका हम सब स्वागत करेंगे। बड़े-बड़े अधिकारी शाम को 5 बजे रिटायर होते हैं और रात को 12 बजे उनकी नियुक्ति हो जाती है। थोड़ा-बहुत तो होता है, लेकिन अधिकारियों की जगह कांग्रेस के कार्यकर्ता को पद मिलते तो अच्छा होता। हमें तो उसको ठीक करना होगा।
– दुनिया में सिख समाज का महत्वपूर्ण योगदान
हनुमानगढ़ जिले के दौरे पर आए पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार सुबह टाउन स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा शहीद बाबा सुक्खा सिंह बाबा महताब सिंह में मत्था टेका और क्षेत्र की खुशहाली, सुख-समृद्धि और अमन-चैन की कामना की। गुरुद्वारा साहिब में सरोपा भेंट कर पायलट का सम्मान किया गया। इससे पहले सचिन पायलट का पंचायत समिति के पूर्व प्रधान जयदेव भिड़ासरा के निवास पर कार्यकर्ताओं की ओर से स्वागत किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बंद पड़ी स्पिनिंग मिल को शुरू करवाने, डीएपी-यूरिया खाद की किल्लत सहित किसानों की अन्य समस्याओं से पायलट को अवगत कराया और समाधान की मांग की। गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेकने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बताया कि वे झुंझुनू में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे। गुरुवार को पाली का दौरा करेंगे। पाली में भी किसान और आदिवासी सम्मेलन में शामिल होंगे। स्कूलों में पंजाबी सब्जेक्ट के पद रिक्त होने पर उन्होंने कहा कि जो-जो पद खाली पड़े हैं, वह भरे जाने चाहिए। सिख समाज की संस्कृति और इतिहास को और प्रोत्साहित करने के लिए भी यह आवश्यक है। पायलट ने कहा कि इस दुनिया और देश में सिख समाज के योगदान का कोई मुकाबला नहीं कर सकता। जब भी मुश्किल घड़ी आती है तो सबसे पहले सिख समाज आगे आकर बढ़-चढ़कर सेवा करता है।

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