जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में स्मार्ट विलेज योजना की समीक्षा बैठक ली। राजे ने स्मार्ट विलेज योजना से जुड़े विभागों को निर्देष दिये कि वे आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि हमारे गावों को शहरों जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। स्मार्ट विलेज में शुद्ध पेयजल, उचित जल निकासी और अच्छी सड़कों के साथ-साथ नियमित सफाई व्यवस्था सुनिष्चित हो। ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि स्मार्ट विलेज योजना के तहत वर्ष 2017-18 में 3169 गांवों का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक स्मार्ट विलेज में एक स्वराज मार्ग विकसित किया जायेगा। बैठक में ग्रामीण विकास विभाग की ओर से दिये गये प्रस्तुतीकरण में बताया कि स्मार्ट विलेज के लिए चयनित गावों में शुद्ध पेयजल, जल निकासी प्रबंधन, सामुदायिक शौचालय, सार्वजनिक पार्क एवं खेल मैदान, ग्रामीण गौरव पथ एवं मुख्य मार्गों पर स्ट्रीट लाइट, नियमित सफाई व्यवस्था, अन्न भंडार गृह, ई-लाईब्रेरी, अटल सेवा केन्द्र पर वाई-फाई सुविधा, उपस्वास्थ्य केन्द्र एवं पषु चिकित्सा केन्द्र की सुविधा भी होगी।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट विलेज में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत पात्र व्यक्तियों को आवास प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराया जायेगा। साथ ही महात्मा गांधी नरेगा के तहत सभी पात्र लाभार्थियों के व्यक्तिगत लाभ के कार्य जैसे खेत समतलीकरण, फार्म पोण्ड, केटलषेड, खेत तलाई आदि स्वीकृत कर शीघ्र पूरे कराये जायेंगे। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग डी. बी. गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव पीएचईडी जे. सी. महान्ति, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज सुदर्षन सेठी, प्रमुख शासन सचिव कृषि नीलकमल दरबारी, आयुक्त एवं शासन सचिव पंचायती राज आनंद कुमार, शासन सचिव, ग्रामीण विकास राजीव सिंह ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।