-कृषक ऋण माफी योजना-2019 का शुभारम्भ
जयपुर। उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि हमारी सरकार के लिए किसान सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है। किसान जाति-बिरादरी से ऊपर उठकर सबका पेट पालने के लिए खेतों में पसीना बहाता है, इसीलिए हमारी सरकार ने काम सम्भालते ही जनता से किए वादे के अनुसार पूरे प्रदेश में किसानों की ऋण माफी का कदम उठाया है।
पायलट गुरूवार को जयपुर जिले के सिरसी गांव में राजस्थान कृषक ऋण माफी योजना-2019 के शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज किसानों से किया वादा पूरा करने का दिन है। हमने सरकार बनने के दो दिन में ही ऋण माफी का निर्णय लिया, अब चंद हफ्तों में ही लागू कर यहप्रमाणितकर दिया है कि जो हम कहते हैं, उसे पूरा करते हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत पूरे राजस्थान में ऋण माफी के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इस सम्पूर्ण कर्जमाफी योजना में लगभग 18 हजार करोड़ रूपये के फसली ऋण माफ किए जाएंगे। जो किसान समय पर अपना ऋण चुका रहे हैं, ऎसे ‘गुड बोरोअर्स’ की भी सरकार मदद करने पर विचार कर रही है।
पायलट ने कहा कि किसानों की ऋण माफी के अलावा भी सरकार घाटे में हो रही किसानी को लाभदायक बनाने के लिए हर सम्भव मदद करेगी। किसानों को समर्थन मूल्य पर उनकी उपज की पूरी कीमत मिले, यह सुनिश्चित किया जाएगा। किसान फसल बेचने के लिए जब मंडी में जाते हैं तो दाना खराब है, मोटा है या गीला है, ऎसा कहकर उनके साथ धोखा करने वालों से सख्ती से निबटा जाएगा। साथ ही कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने 4 साल, 11 माह और 28 दिन तक किसानों के लिए कुछ नहीं किया, जब किसानों ने आंदोलन किया और हम सबने ने दबाव बनाया तो 8 हजार करोड़ रूपये के ऋण माफ करने की आधी-अधूरी घोषणा की। जिसमें से मात्र 2 हजार करोड़ रूपये के ऋण ही माफ किए। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के आर्थिक हालात और संसाधन वही हैं, सरकारी मशीनरी भी वही है, फिर भी राज्य सरकार ने ऋण माफी का जो कदम उठाया है उसकी पूरे देश में प्रशंसा हो रही है।
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि किसानों की ऋण माफी हमारी सरकार की प्राथमिकता थी। इसीलिए मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने घोषणा पत्र के अनुसार सबसे पहले इस काम को हाथ में लिया और ऋण माफी योजना लागू की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 8 हजार करोड़ रूपये की ऋण माफी की घोषणा की थी, जिसमें से 6 हजार करोड़ रूपये बाकी छोड़ दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में किसानों के लिए पांच साल में बिजली की दरें नहीं बढ़ाने का निर्णय भी लिया है। हमने जो भी घोषणाएं और वादे किए हैं उन्हें पूरा करेंगे।
इससे पहले पायलट ने कृषक ऋण माफी योजना के 11 लाभार्थियों नाथी देवी, प्रेम देवी, छोटू रैगर, लक्ष्मी नारायण यादव, छीतरमल जाट, लल्लू राम मीणा, भैंरू लाल गुर्जर, भैंरू राम यादव, बाबूलाल जाट, प्रभुलाल सैनी तथा सोहन लाल यादव को ऋण माफी प्रमाण पत्र सौंपे।
रजिस्ट्रार सहकारिता नीरज के पवन ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सहकारी बैंको से जुड़े किसानों के 30 नवम्बर, 2018 को बकाया अल्पकालीन फसली ऋण माफ करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सभी 33 जिलों में 7 से 9 फरवरी तक 165 कैम्प आयोजित किए जा रहे है। ये ऋण पूर्णतः निःशुल्क आधार आधारित अधिप्रमाणन के माध्यम से माफ किए जा रहे है। इसके लिए किसानों को ई-मित्र पर एक पैसा भी अतिरिक्त नहीं चुकाना होगा, इसका समस्त खर्च सरकार वहन करेगी।
विधायक वेदप्रकाश सोलंकी, मोहम्मद रफीक खान एवं आलोक बेनीवाल, जिला प्रमुख श्री मूलचंद मीना, प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्री अभय कुमार, सम्भागीय आयुक्त श्री कैलाश चंद वर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर-प्रथम श्री पुखराज सैन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी, बड़ी संख्या में किसान और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। अपैक्स बैंक के प्रबंध निदेशक श्री वीडी गोदारा ने सभी का आभार व्यक्त किया।