जयपुर। राजस्थान का 67वां राज्य बजट बुधवार को पेश होगा। राजस्थान की चौदहवीं विधानसभा का यह 67वां बजट मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पेश करेंगी। आजादी के बाद राजस्थान का पहला बजट प्रदेश के दिग्गज किसान और कांग्रेस नेता नाथूराम मिर्धा ने पेश किया था। हालांकि शुरु से ही मुख्यमंत्री अपने पास वित्त विभाग रखते आएं हैं। वे ही वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश करते हैं। पहली विधानसभा के पहले बजट नाथूराम मिर्धा ने पेश किया। राजस्थान की पहली विधानसभा का गठन 23 फरवरी 1952 में हुआ। तब पहले मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवाल थे। प्रथम वित्त मंत्री के तौर पर मिर्धा ने बड़े ही भावुकता और भावनाओं के साथ सरकार का पहला बजट पेश किया। तब उन्होंने कहा था कि बजट पेश करते वक्त मेरे हृदय में कई भावनाएं हैं। कई युगों से हम संयुक्त राजस्थान का सपना देखते रहे हैं। मेरा परम सौभाग्य है कि इस सदन के प्रति उत्तरदायी प्रथम मंत्रिमंडल के प्रथम आय-व्ययक प्रस्तुत करने का प्रथम कर्तव्य मेरे ऊपर आया है।
पहले बजट में कोई कर नहीं लगाया। तब प्रदेश में सूखे, पेयजल, सिंचाई, कानून व्यवस्था, राज्य विकास, वित्तीय प्रबंधन जैसे मुद्दों को शामिल करते हुए बजट रखा।
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