जयपुर। लघु-सीमांत किसानों के कर्जे माफ करने, फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने समेत कई मांगों को लेकर देश भर में शुरु हुआ किसान आंदोलन अब धीरे-धीरे राजस्थान को भी चपेट में ले रहा है। राजस्थान में भी इन मांगों को लेकर धरने-प्रदर्शन और महापड़ाव शुरु हो गए हैं। दो दिन से कई जिलों में किसानों व किसान संगठनों ने महापड़ाव शुरु कर दिए हैं। जयपुर में भी संभागीय स्तर का महापड़ाव चल रहा है। किसानों ने रात को कैण्डल मार्च निकाला था और धरना दिया। भारतीय किसान संघ जयपुर प्रांत के युवा प्रमुख गजानंद कुमावत ने बताया कि महापड़ाव में सैकड़ों किसानों ने हिस्सा लिया और कैण्डल मार्च निकालकर सरकार को ध्यान आकृष्ट किया है। किसान संगठनों ने चेताया है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। उधर किसानों के बढ़ते आंदोलन व नाराजगी को देखते हुए राजस्थान सरकार की सांसें ऊपर नीचे हो रही है। उन्हें डर है कि कहीं महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की तर्ज पर किसान आंदोलन उग्र रुप धारण नहीं कर लें।