– परिजनों का कहना है कि पुलिस ने हिरासत में लिया तो 10 बकरियां खो गईं, थाने ले जाकर टॉर्चर किया
दौसा. दौसा के बहरावण्डा गांव में एक व्यक्ति सुबह 9.45 बजे अपने 5 साल के बेटे को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया। युवक के परिजनों का कहना है कि सिकन्दरा थाना पुलिस ने उसे तब गिरफ्तार कर लिया था जब वह बकरी चराकर आ रहा था। उसे थाने ले जाकर टॉर्चर किया। अब टावर पर चढ़ा युवक छुट्टन लाल सिकंदरा थाना प्रभारी कमलेश मीणा पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ा हुआ है। सिकंदरा थाना इंचार्ज ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। फिलहाल पुलिस उसे नीचे उतारने का प्रयास कर रही है। पीड़ित के भाई व बहरावण्डा उपसरपंच पायलट सैनी ने बताया कि जमीन विवाद में दूसरे पक्ष ने कोर्ट स्टे ले रखा है। कोर्ट स्टे के बाद किसी प्रकार का कोई निर्माण हमने नहीं किया जबकि दूसरे पक्ष ने पुलिस से सांठ-गांठ कर ली। ऐसे में पुलिस उन्हें बेवजह परेशान कर रही है। पायलट सैनी ने बताया कि छुट्टन लाल बकरी चरा रहा था, जिसे रास्ते से ही सिकन्दरा थाना पुलिस पकड़कर ले गई। बकरियां जंगल में ही छूट गई। जिसके बाद 10 बकरियां गायब हो गई। एक बकरी की मौत हो गई। छुट्टन के परिजनों का आरोप है कि सिकन्दरा थाना पुलिस की ओर से युवक को गिरफ्तार किया गया है। थाना ले जाकर प्रताड़ित करते हुए डराया धमकाया। साथ ही परिवार के अन्य लोगों को भी बंद करने की धमकी दी। आरोप है कि थाना इंचार्ज ने 20 हजार रुपए लेने के बाद युवक को एसडीएम के सामने पेश किया। टावर पर छोटे बच्चे के साथ युवक के चढ़ने की सूचना जैसे ही प्रशासन को लगी तो हड़कम्प मच गया। मौके पर मानपुर सीओ संतराम मीना, नायब तहसीलदार राकेश शर्मा तथा सिकन्दरा पुलिस सहित अन्य लोग मौके पर पहुंच कर युवक से नीचे उतरने की गुहार लगाते रहे। लेकिन युवक ने पुलिस से रिश्वत में लिए गए 20 हजार रुपए वापस मांगे और गुम हुई 10 बकरियों के पैसे भी मांगे। साथ ही सिकंदरा थाना इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। युवक सुबह करीब 9:45 बजे बेटे के साथ टावर पर चढ़े छुट्टन के बारे में घरवालों को सूचना मिली तो खलबली मच गई। परिजन बार-बार नीचे उतरने की गुहार लगाते हुए बेहोश हो रहे थे। आस-पास के लोग भी युवक से नीचे उतरने की समझाइश करते रहे। लेकिन टावर पर बैठा छुट्टन कार्रवाई की मांग पर अड़ा है। वहीं मामले को लेकर सिकंदरा थाना इंचार्ज कमलेश कुमार मीणा का कहना है कि युवक द्वारा लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। उनके यहां दो पक्षों में जमीन को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है। उसी प्रकरण में कार्रवाई की गई थी।