– जयपुर के कॉमर्स कॉलेज ग्राउंड पर गुरुवार दोपहर राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2030 का विजन डॉक्युमेंट जारी किया।
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी में आलाकमान और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच आपस का झगड़ा है। इसका नतीजा राजस्थान की जनता बदनामी का दाग लगाकर भुगत रही है। जोधपुर में प्रधानमंत्री की सभा में दिए गए बयानों पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम कह रहे हैं कि हमने राजस्थान को पानी दिया। आपने क्या पानी दिया? राजस्थान का जो हक था उसका पानी मिला। यह हमारा अधिकार था पानी लेने का, वह पानी लिया। गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के साथ हमारे पानी के समझौते हैं। कई जगह हमें पानी मिल नहीं पा रहा, हमें उसकी चिंता है। जयपुर के कॉमर्स कॉलेज ग्राउंड पर गुरुवार दोपहर राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2030 का विजन डॉक्युमेंट जारी किया। कार्यक्रम में सभी मंत्री, बोर्ड निगमों के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने 12 हजार 700 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास किया। गहलोत ने कहा कि जब नर्मदा का पानी राजस्थान में आया था, तब सांचौर में वसुंधरा राजे ने मीटिंग की थी और उसके एक किलोमीटर दूर गुजरात साइड में मोदी उस वक्त के मुख्यमंत्री के तौर पर मीटिंग कर रहे थे। आपका झगड़ा उस वक्त से शुरू है और बर्बाद आप राजस्थान को कर रहे हो। एक किलोमीटर गुजरात साइड में मोदी मीटिंग कर रहे थे पानी भेजने के उपलक्ष्य में और यहां उद्घाटन हो रहा था पानी लेने के उपलक्ष्य में। यह तो उनकी स्थिति थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में मुझे बदनाम कर दिया। मैं जब वहां पर प्रभारी था तो कहा कि अशोक गहलोत गुजरात को पानी नहीं आने दे रहा है। अब उनकी जिस तरह की बोलने की स्टाइल है, उसे आप जानते हैं। मोदी मार्केटिंग के गुरु हैं। हम बातें कम और काम ज्यादा करने में विश्वास रखते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे अफसोस है यह कहते हुए कि आज प्रधानमंत्री ने जोधपुर में कहा कि जब लोग मर रहे थे जोधपुर में तो मुख्यमंत्री कहां थे? पता नहीं इनको कौन ब्रीफ करता है? जोधपुर में एक आदमी मरा नहीं, सांप्रदायिक तनाव जरूर हुआ था करौली और जोधपुर में। साल भर तक देश भर में मीडिया दंगे की बात चलाता रहा। इस प्रकार राजस्थान को बदनाम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री पद की गरिमा होती है, प्रधानमंत्री पद बड़ा होता है, वह अगर ये बातें कहे कि जोधपुर में लोग दंगों में मारे गए तब मुख्यमंत्री कहां थे? मेरे शहर के अंदर जहां में पैदा हुआ, बता दीजिए यह कितना उचित है? यह लोकतंत्र में अच्छी बात नहीं है। ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का वादा करके भी पीएम मोदी ने इसे लागू नहीं किया। गहलोत ने कहा कि राज्य को मजबूत करने की ड्यूटी केंद्र की है, लेकिन इन्होंने क्या किया? हमारी सरकार को डिस्टर्ब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। केंद्र ने 76 हजार करोड़ रुपए फंड कम कर दिया। हमने पांच साल संघर्ष किया। मुझे दो बार कोविड हुआ। कोविड में काम करता रहा। कोरोना ने तो बर्बाद किया ही, इन लोगों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। लोग हमारी स्कीम्स की तारीफ करते हैं। राजस्थान के लोगों का मेरे और पार्टी के प्रति प्यार और विश्वास है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी की योजनाओं को बंद नहीं कर रहे हैं। ईआरसीपी बीजेपी की योजना थी। उसे हम आगे बढ़ा रहे हैं। केंद्र ने मध्य प्रदेश को भड़काकर ईआरसीपी के तहत बांध बनवाने का काम रुकवाने का प्रयास किया है। वसुंधरा राजे के समय की स्कीम को हम आगे बढ़ा रहे हैं। कार्यक्रम में राजस्थान को देश का अव्वल राज्य बनाने एवं विकास की गति को 10 गुना करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विजन दस्तावेज-2030 जारी किया। कार्यक्रम में युवाओं, विषय विशेषज्ञों सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने शिरकत की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीसी के जरिये ना केवल युवाओं से संवाद किया बल्कि उनके बहुमूल्य एवं रचनात्मक सुझावों के लिए उनकी सराहना भी की। इस विजन दस्तावेज को तैयार करने के लिए राजस्थान मिशन-2030 के तहत आम नागरिकों, विषय विशेषज्ञों, सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों, खिलाड़ियों, कलाकारों, युवाओ, किसानों एवं व्यापारियों सहित समाज के सभी वर्ग एवं तबके से सुझाव आमंत्रित किये गए थे। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रथम) दिनेश शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (उत्तर) अलका विश्नोई सहित अन्य विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
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