नई दिल्ली : मध्यप्रदेश के देवास जिले के जिला शिक्षा अधिकारी ने विवादों में आई फिल्म ‘पद्मावती’ के घूमर गाने को जिले के स्कूलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल करने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। बहरहाल, सोशल मीडिया पर इस आदेश के वायरल होने के बाद जिला कलेक्टर ने आज डीईओ को इस आदेश को तुरंत वापस लेने के निर्देश दिये और कहा कि ‘घूमर’ पर रोक के लिए संबद्ध अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।
देवास के जिला शिक्षा अधिकारी :डीईओ: दिनेश सूर्यवंशी ने बुधवार को जिले के निजी और शासकीय सभी स्कूलों के प्राचार्यों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पद्मावती फिल्म का ‘घूमर’ गाना नहीं शामिल किये जाने के निर्देश जारी किये।
उन्होंने अपने आदेश में कहा, ‘‘पद्मावती के सम्मान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना द्वारा इस कार्यालय में आग्रह पत्र प्रस्तुत किया गया है, जिसमें विद्यालय के अंतर्गत होने वाले समस्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों में घूमर गाने पर रोक लगाई जाने एवं हिंदुत्व की भावना को ठेस न पहुँचाने के बारे में कहा गया है। अतः आप अपने विद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में घूमर गाने का उपयोग न करें।’’
इस बीच, जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने ‘भाषा’ को बताया कि डीईओ के इस आदेश को तत्काल प्रभार से रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इसकी जानकारी आज सुबह ही मिली है। इस प्रकार के निर्देश केवल राज्य सरकार की ओर से ही जारी किये जा सकते हैं। मैंने डीईओ को तुरंत इस आदेश को वापस लेने का कहा है। इसके साथ ही डीईओ को इस मामले में तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने का नोटिस भी दिया गया है।’’ गौरतलब है कि उज्जैन में बुधवार रात को राजपूत समाज के एक कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चित्तौड़ की रानी पद्मावती के चरित्र से संबंधित पाठ को अगले शैक्षणिक सत्र से मध्यप्रदेश के पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा की है।