नयी दिल्ली : ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और उनके समर्थकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम पर कल विरोधी पहलवान प्रवीण राणा के समर्थकों से झगड़े के मामले में एफआईआर दर्ज की है । सुशील और उसके समर्थकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 341 ( गलत तरीके से रोकना ) और 323 ( जान बूझकर चोट पहुंचाना ) के तहत मामला दर्ज किया गया है ।धारा 323 के तहत एक साल की कैद या 1000 रूपये जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है । दोनों पहलवानों के समर्थक कल आपस में भिड़ गए थे जब अगले साल अप्रैल में गोल्ड कोस्टमें होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के चयन ट्रायल में सुशील ने राणा को हराया ।
सीनियर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कैमरों में भी यह झगड़ा कैद हो गया है जिससे पुलिस ने मामला दर्ज किया । पुलिस उपायुक्त ( मध्य दिल्ली ) मंदीप सिंह रंधावा ने इसकी पुष्टि की कि एफआईआर दर्ज की गई है लेकिन झगड़े के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है । उन्होंने कहा कि पुलिस को राणा या उनके समर्थकों के खिलाफ सुशील या उनके खेमे से किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है । कल चयन ट्रायल में तीन साल बाद राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप स्वर्ण जीतकर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में वापसी करने वाले सुशील ने अपने सारे मुकाबले जीते । मामला तब बिगड़ गया जब सेमीफाइनल में सुशील से हारने के बाद राणा ने दावा किया कि सुशील के समर्थकों ने रिंग में उसके खिलाफ उतरने के लिये उसे और उसके बड़े भाई को मारा । दूसरी ओर सुशील ने दावा किया कि मुकाबले के दौरान राणा ने उसे मारा ।
उसने कहा ,‘‘ उसने मुझे पीटा लेकिन कोई बात नहीं । यह मुझे अच्छा खेलने से रोकने की उसकी रणनीति होगी । यह खेल का हिस्सा है । जो कुछ हुआ था, वह गलत था । मैं इसकी निंदा करता हूं । मुकाबला खत्म होने के बाद एक दूसरे के लिये सम्मान था ।’’ राणा उन तीन पहलवानों में थे जिन्होंने पिछले महीने इंदौर में हुई राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में सम्मानस्वरूप सुशील को वाकओवर दिया था ।