जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जोधपुर की गलियों में घूम-घूमकर जनसेवा का जो पहला अनुभव मैंने हासिल किया, वह प्रदेश के लोगों के लिए काम आ रहा है। मेरा एकमात्र उद्देश्य राजस्थान की जनता की सेवा करना ही है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर जो योजनाएं और कार्यक्रम हमारी सरकार ने शुरू किए हैं, वे बेमिसाल हैं।
श्हलोत शुक्रवार को जोधपुर के मारवाड़ राजपूत सभा भवन में सर्व समाज स्नेह मिलन समारोह तथा ईडब्ल्यूएस आरक्षण के सरलीकरण के लिए आयोजित धन्यवाद सभा को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब व्यक्ति किसी भी समाज में हो सकता है। उसे भी अधिकार है कि सरकार उसे सामाजिक सुरक्षा दे। ईडब्ल्यूएस आरक्षण का सरलीकरण इसी मंशा के साथ किया गया फैसला था। यह एक ऎसा निर्णय था, जिससे मुझे आत्मिक संतोष मिला है और सभी वर्गों ने आभार व्यक्त कर सरकार के इस फैसले पर मुहर लगाई है। चाहे सामाजिक सुरक्षा की पेंशन योजना हो या निःशुल्क दवा एवं जांच योजना। आमजन के हित के लिए हमारी सरकार ने हमेशा फैसले लिए हैं।
श्री गहलोत ने कहा कि पारदर्शिता के लिए राजस्थान सूचना का अधिकार लागू करने वाला पहला राज्य था। इस तरह के फैसले करने के पीछे मेरी कलम में ताकत जमीन से जुड़े रहने के लंबे अनुभव के कारण आ पाई है। मैं जोधपुर से 5 बार सांसद, 3 बार केन्द्रीय मंत्री और अब तीसरी बार मुख्यमंत्री बना हूं। अनेक पदों की जिम्मेदारी के बाद जो अनुभव मैंने प्राप्त किए उसी के कारण मैं अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हर क्षेत्र की चुनौतियां अलग-अलग है। मेवाड, मारवाड़ हो या ढूंढाड हो पर मूल समस्या को समझकर मानव मात्र की सेवा करना ही हमारा प्रमुख कर्तव्य है। हमने मूलभूत जरूरतों पानी, बिजली व स्वास्थ्य सभी क्षेत्रों में कार्य किया है। उन्होंने जोधपुर के चहुंमुखी विकास की चर्चा करते हुए कहा कि यहां आईआईटी, एनएलयू, पुलिस विश्वविद्यालय, आयुर्वेद विश्वविद्यालय, निफ्ट, एफडीडीआई व एम्स जैसी संस्थाएं स्थापित हुई हैं, जिससे पूरे देश में जोधपुर का गौरव बढ़ा है।
मुख्यमंत्री का इस अवसर पर 51-51 किलो की माला पहनाकर विभिन्न समाज एवं संगठनों की ओर से अभिनंदन किया गया। समारोह में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवरसिंह भाटी, विधायक मनीषा पंवार, विधायक श्री हीरालाल मेघवाल, विधायक श्री महेन्द्र विश्नोई, विधायक मीना कंवर, विधायक श्री किसनाराम विश्नोई, पूर्व सांसद श्री बद्रीराम जाखड आदि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मारवाड़ राजपूत समाज के अध्यक्ष श्री हनुमानसिंह खांगटा ने आभार व्यक्त किया।