Rajasthan Invest Summit cm ashok gahlot ji, gautam adanni

– इन्वेस्ट राजस्थान समिट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उद्योगपति गौतम अडाणी की दोस्ताना कैमेस्ट्री दिखी। गहलोत ने गौतम भाई कहकर दुनिया के दूसरे अमीर बिजनेसमैन पर बधाई देते हुए गुजरात के उद्योगपतियों को शुभकामनाएं दी तो अडाणी ने भी यह कहकर गहलोत सरकार की प्रशंसा की कि राजस्थान में ही उनके 35 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द मंजूरी मिली।
– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपस्थिति में अडाणी ने साठ हजार करोड़ रुपये निवेश की घोषणा की, सोशल मीडिया पर अशोक गहलोत और गौतम अडाणी की दोस्ताना कैमेस्ट्री छायी रही।
– राकेश कुमार शर्मा
जयपुर। राजस्थान इंवेस्ट समिट आज से शुरु हुआ। समिट में लाखों करोड़ों रुपयों के निवेश सामने आए तो देश-दुनिया के बड़े कारोबारी समूहों ने शिरकत करके अपने प्रोजेक्ट के बारे में बताया। समिट में टाटा, बिरला, अडाणी, अंबानी, वेदांता समेत सभी नामचीन कारोबारी समूह के मालिक, सीईओ और प्रतिनिधि मौजूद रहे, हालांकि समिट में दुनिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडाणी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दोस्ताना कैमेस्ट्री पर हर किसी की नजर रही। इस कैमेस्ट्री के दोस्ताना पलों के फोटो सोशल मीडिया पर भी खूब छाए रहे। भारत जोडो यात्रा की अगुवाई कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अडाणी, अंबानी और पीएम नरेन्द्र मोदी पर दिए गए बयानों और अशोक गहलोत व अडाणी के मिलाप को लेकर सोशल मीडिया पर खूब व्यंग्य बाण छाए रहे। भाजपा से जुड़े नेताओं ने राहुल गांधी के बयानों को लेकर खूब तंज कसे तो उनके मीम्स भी खूब चले। राजस्थान समेत देश की मीडिया और सियासी गलियारों में भी अशोक गहलोत और गौतम अडाणी की आज की कैमिस्ट्री एवं एक-दूसरे की प्रशंसा को लेकर दिए गए बयानों को खूब चर्चा रही। पार्टी का एक खेमा इसे राजस्थान में पिछले दिनों हुए विधायक दल की बैठक के सियासी घटनाक्रम को लेकर भी जोड़ा रहा है। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी गाहे बगाहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उद्योगपति अडाणी और अंबानी की दोस्ती और व्यापार को लेकर खूब तंज कसते रहते हैं। राहुल गांधी आठ साल में सैकड़ों बार कह चुके हैं कि इस देश में सिर्फ तीन-चार लोग ही देश व सरकार को चला रहे हैं। वे हैं पीएम मोदी, उनके कारोबारी मित्र अडाणी और अंबानी। देश की हर सम्पदा और बिजनेस को कारोबारी मित्रों को सौंपा जा रहा है। इन्हें सूट-बूट की सरकार, कारोबारी मित्रों की सरकार कहकर राहुल गांधी पीएम मोदी को खूब कोसते आ रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार में अडाणी को खूब तवज्जोह दी गई है। खुद अडाणी ने कहा कि 35 हजार करोड़ रुपये के निवेश राजस्थान में किए गए हैं। गहलोत सरकार ने उक्त प्रोजेक्टों को समय पर पूरा करवाया है। एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी अडाणी-अंबानी को कोसते नहीं थक रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अडाणी से निवेश लेने के लिए पलक पांवडे बिछाए दिखे। भारत जोडो यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी अडाणी-अंबानी को लेकर खूब बयानबाजी करते रहे हैं। राहुल गांधी के उक्त बयानों और गहलोत-अडाणी की दोस्ताना कैमेस्ट्री को लेकर मीडिया व सोशल मीडिया में खूब व्यंग्य बाण चल रहे हैं। सोशल मीडिया में यह हॉट मुद्दा बना हुआ है।
– गौतम भाई कहकर मुबारकबाद दी गहलोत ने
समिट के दौरान उद्योगपति गौतम अडाणी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आस-पास बैठे। सीएम अशोक गहलोत से पहले अडाणी की स्पीच हुई, जिसमें अडाणी ने अशोक गहलोत सरकार के कार्यक्रमों और नीतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत अच्छा कार्य कर रही है। खासकर उड़ान, अनुप्रीति कोचिंग जैसी सामाजिक योजनाओं में। अडाणी ने यह कह कर भी गहलोत सरकार की प्रशंसा की कि पूरी दुनिया में उनकी कंपनी के प्रोजेक्ट सिर्फ राजस्थान में ही पूरे हुए हैं। गहलोत सरकार में पूरी पारदर्शिता से कार्य किया जा रहा है। यहीं कारण है कि वे अब 65 हजार करोड़ रुपये का निवेश राजस्थान में कर रहे हैं। अडाणी की स्पीच के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समिट में आए सभी उद्योगपतियों का स्वागत किया और उन्हें निवेश के लिए अच्छा माहौल व सुविधाएँ देने की बात कही। गहलोत ने अडाणी को गौतम भाई कहते हुए दुनिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन बनने की बधाई दी। साथ ही गुजरात के उद्योगपतियों की भी प्रशंसा की।
– रिसर्जेंट राजस्थान जैसी रौनक नहीं दिखी इंवेस्ट समिट में
इंवेस्ट समिट में अव्यवस्थाओं का आलम रहा। खासकर मीडिया को लेकर। समिट में मीडिया को आंगतुकों के पीछे जगह दी गई। फोटोजर्नलिस्ट्स और कैमरामैन को मंच के पास से फोटोग्राफी व शूट करने की अनुमति नहीं थी। जर्नलिस्ट्स भी पीछे रहे। अव्यवस्था को लेकर मीडियाकर्मियों व मीडिया व्यवस्था में लगे अधिकारियों के बीच कहासुनी भी हुई। मीडियाकर्मियों को उद्योगपतियों से वार्ता का मौका नहीं दिया गया। ना ही समिट को लेकर जो तैयारियां शहर में दिखनी चाहिए थी, वो नहीं दिखी। सरकारी ईमारतों में रोशनी तो रही, लेकिन परकोटे व दूसरे बाजारों में अतिक्रमण, यातायात जाम जैसी समस्याएं साफ तौर पर दिखी। समिट को लेकर शहर में होर्डिंग्स नहीं दिखे और ना ही दूसरे साधन। जबकि भाजपा राज में हुए रिसर्जेंट राजस्थान के दौरान एक महीने पहले शहर को अतिक्रमण मुक्त कर दिया गया था। चारों तरफ रंग-रोगन और रोशनी से जगमग दिखा था जयपुर। बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाकर उद्योगपतियों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई थी। रिसर्जेंट राजस्थान जैसा नजारा और रौनक इंवेस्ट समिट में नहीं दिखी।
– राजस्थान में 60 हजार करोड़ का निवेश करेंगे गौतम अडाणी
उद्योगपति गौतम अडाणी ने राजस्थान में 60 हजार करोड़ के इंवेस्टमेंट का ऐलान किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल को राजस्थान में सेमीकंडक्टर चिप की इंडस्ट्री लगाने के लिए भी निमंत्रित किया। इस समिट में दुनिया के करीब 3 हजार से ज्यादा उद्योगपति-बिजनेसमैन शामिल हो रहे हैं। दो दिन तक आयोजित होने वाले इस मेगा बिजनेस इवेंट का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे राजस्थान में अकाल सूखे पड़ते थे। अब हमारे उद्योगपति छाए हुए हैं। समिट में टाटा पावर ने राजस्थान में बड़े निवेश की घोषणा की। कंपनी के सीईओ प्रवीर सिन्हा ने कहा कि राजस्थान में आने वाले कुछ सालों में दस हजार पब्लिक इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। टाटा पावर ने राजस्थान में 5000 मेगावॉट के लिए निवेश किया है। गौतम अडाणी ने कहा कि हमने राजस्थान में 35 हजार करोड़ का निवेश किया है। यहां हमारा 10 हजार मेगावॉट का सोलर पार्क शुरू हो गया है। ग्रीन हाइड्रोजन जनरेट करने की दिशा में अडाणी समूह राजस्थान के थार डेजर्ट में काम करेगा। अडाणी ने उदयपुर में क्रिकेट स्टेडियम और दो मेडिकल कॉलेज बनाने की भी घोषणा की। इन्वेस्ट राजस्थान समिट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि वेदांता के अनिल अग्रवाल से कहा है आपको राजस्थान की हमेशा चिंता रहती है। सेमीकंडक्टर की एक लाख करोड़ की इंडस्ट्री के लिए महाराष्ट्र और गुजरात का झगड़ा है तो आप सेमीकंडक्टर चिप की इंडस्ट्री राजस्थान में लगाइए। गुजरात में मोदीजी ने खूब वाइब्रेंट समिट किए थे लेकिन वहां भी 15 से 20 फीसदी ही एमओयू का निवेश धरातल पर उतर पाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान से निकले उद्योगपति घराने देश में छाए हुए हैं। सीतापुरा के जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने इस समिट की शुरुआत की। सरकार का दावा है कि इन्वेस्टमेंट प्रपोजल और एमओयू धरातल पर उतरेंगे तो प्रदेश में 11 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। समिट से पहले ही इन्वेस्टर आउटरीच प्रोग्राम के तहत 10.44 लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल साइन हो चुके हैं।

– राकेश कुमार शर्मा

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