पटना। आम सभा हो या फिर चुनावी सभा, नेताओं द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने का दौर देखने को मिलता है। लेकिन बिहार सरकार के एक मंत्री ने सभा में सारी हदें लांघ दी और वे अपनी मर्यादा तक भूल बैठे। आवेश में आए बिहार के इस मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ इस कदर गलत बयान दे डाला कि वहां मौजूद लोग आवेश में आ गए और प्रधानमंत्री मोदी के फोटो पर जूते चला दिए। हालांकि मंत्री के कृत्य का खुद सीएम नीतीश कुमार सहित कांग्रेस ने विरोध जताया। दरअसल यह घटना 22 फरवरी की है। जब बिहार के पूर्णिया जिले में उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान कांग्रेस पार्टी की ओर से आयोजित जन वेदना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस रैली के दौरान मंत्री अब्दुल जलील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले की आलोचना करते हुए आमजन को हो रही परेशानियों का जिक्र किया। रैली के दौरान मंत्री अब्दुल जलील मस्तान इतने आवेश में आ गए कि उन्होंने पीएम को डकैत तक कह बता दिया। इस पर भी मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, वहां मौजूद लोगों से मस्तान ने कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री को जूते मारने चाहिए। फिर क्या था, मंत्री की बात सुनकर मंच पर मौजूद एक कार्यकर्ता मंच से उतर कर पीएम मोदी की तस्वीर ले आया और उस पर जूते और चप्पलें चलानी शुरू कर दी। इस घटना का वीडियो वायरल होने के साथ ही मामले ने पूरी तरह तूल पकड़ लिया। बिहार में विपक्षी दल भाजपा ने इस मामले में सड़क से लेकर विधानसभा तक विरोध जताने का ऐलान कर दिया। वहीं जेडीयू ने मंत्री से इस मामले पर माफी मांगने की मांग कर डाली। यहां तक खुद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह सब ठीक नहीं है। यह गलत हैं। उप मुख्यमंत्री तेजस्विी यादव ने भी कहा है कि इस तरह के शब्दों के इस्तेमाल से मंत्री को बचना चाहिए। जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने भी इस टिप्पणी पर खेद जताया।

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