नई दिल्ली। पढऩे की कोई उम्र नहीं होती, जरुरत तो इच्छा शक्ति की होती है। तभी तो हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने तिहाड़ जेल में रहते कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। वो भी प्रथम श्रेणी में। जेल में रहते हुए पढ़ाई के दौरान उनकी 82 साल की आयु भी इस मामले में बाधक नहीं बनी। 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वे स्नातक की तैयारी में जुट गए हैं। इसके लिए उनके पौत्र ने पुस्तकें भी जेल में भेज दी। बता दें हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला व उनके पुत्र अजय चौटाला को कोर्ट ने जनवरी 2013 में शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में 10 साल कैद की सजा सुनाई थी। तिहाड़ जेल में रहते हुए ही ओमप्रकाश चौटाला ने नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ ओपन स्कूलिंग से 12वीं पढ़ाई पूरी कर ली। ओमप्रकाश चौटाला के पौत्र दिग्विजय सिंह ने बताया कि दादा ने 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अब ग्रेजुएशन करने की ठानी है। इसके लिए उन्होंने किताबें मंगवाई है। जेल में रहते हुए पढ़ाई करने की ललक ओमप्रकाश चौटाला को एक आशंका के चलते लगी। हरियाणा सरकार ने पंचायतीराज चुनावों में शिक्षा संबंधी नियम लागू किए थे। ऐसे में अब यह भी माना जा रहा है कि विधानसभा चुनावों में भी यह नियम लागू किया जा सकता है। जेल से बाहर आने के बाद उनका राजनीति करियर खराब नहीं हो। इसी के चलते उन्होंने पढ़ाई करने की ठानी और ओपन स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। अब वे स्नातक की डिग्री लेने के लिए तैयारी में जुट गए हैं। यूं तो ओमप्रकाश चौटाला का पूरा परिवार ही राजनीति से जुड़ा हुआ है। वे स्वयं 5 मर्तबा हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। मां नैना चौटाला विधायक है व पौत्र दुष्यंत सांसद।
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