जयपुर। राजस्थान कांग्रेस के तेजतर्रार व दबंग छवि के कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक संयम लोढा ने शुक्रवार को एक बड़ी कानूनी जीती है। यह कानूनी जंग पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से जुड़ी हुई है। पंचायतों में खुल रखे सेवा केन्द्रों का नाम फिर से राजीव गांधी के नाम से होगा। संयम लोढा की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश मनीष भंडारी ने सेवा केन्द्र का नाम बदलकर अटल सेवा केन्द्र रखने के भाजपा सरकार के आदेश को रद्द कर दिया है यानि अब सेवा केन्द्र फिर से राजीव गांधी सेवा केन्द्र के नाम से कहलाए जाएंगे। संयम लोढा ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका लगाकर भाजपा सरकार द्वारा सेवा केन्द्रों का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से अटल सेवा केन्द्र करने को चुनौती दी थी। याचिका में बताया कि सेवा केन्द्र राजीव गांधी के नाम से खोले गए। सरकार ने इसका नाम बदल दिया है, जो गलत है।
जिसके नाम से योजना शुरु होती है, उसे बदला नहीं जा सकता। इसलिए राज्य सरकार के उस नोटिफिकेशन को रद्द किया जाए, जिसमें राजीव गांधी सेवा केन्द्र का नाम बदलकर अटल सेवा केन्द्र कर दिया था। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने तर्क रखा कि सरकार किसी भी योजना का नाम बदल सकती है। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने संयम लोढा की याचिका स्वीकार करके सरकार के नोटिफिकेशन को रद्द कर दिया। गौरतलब है कि कांग्रेस राज में पंचायत समिति और ग्राम पंचायत पर ग्रामीणों के पानी-बिजली के बिल जमा करवाने व दूसरे कार्यों के लिए सेवा केन्द्र खोले गए। ये सेवा केन्द्र पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम से खोले गए। राजस्थान में भाजपा सरकार आने पर राजीव गांधी सेवा केन्द्र का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से अटल सेवा केन्द्र कर दिया। संयम लोढा ने सरकार के इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी।