जयपुर। राजस्थान के अलवर संसदीय सीट पर भाजपा मजबूत प्रत्याशी तय नहीं कर पा रही है। अब संसदीय सीट पर भी पूर्व सांसद रासासिंह रावत ने दावेदारी जताकर पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। आज मंगलवार को अजमेर के नसीराबाद में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान पूर्व सांसद रासा सिंह रावत भी मिलने पहुंचे। अलग से हुई वार्ता में रासासिंह ने सीएम के सामने अजमेर सीट के लिए खुद की दावेदारी पेश की है। उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी थे। पांच बार के सांसद रह चुके रासासिंह रावत ने दावेदारी जताकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है कि वे प्रो.सांवर लाल जाट के निधन से खाली हुई अजमेर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
इनकी दावेदारी से प्रो.सांवर लाल जाट के परिवार के सदस्यों को टिकट दिए जाने की अटकलों को झटका लग सकता है। सीएम वसुंधरा राजे की तरफ से प्रो.सांवर लाल जाट की पत्नी, बेटे या बेटी को टिकट दिए जाने के संकेत दे चुकी है। इन्हें प्रबल दावेदार भी माना जा रहा है। प्रो.सांवर लाल जाट के परिवारिक सदस्यों ने क्षेत्र में सक्रियता दिखा रखी है। लेकिन अब रासासिंह रावत की दावेदारी से जाट परिवार के टिकट पर संशय खडा हो सकता है। रावत अजमेर के मजबूत और जनाधार वाले नेता हैं। वे पांच बार सांसद तो रह चुके हैं, साथ ही संघपृष्ठभूमि के है। वहीं अजमेर संसदीय क्षेत्र में रावत वोट बैंक भी बहुतायत में है। कुल मिलाकर अलवर के साथ अब अजमेर संसदीय सीट पर भी प्रत्याशी चयन में घमासान होने की उम्मीद है। खैर अभी चुनाव तिथि घोषित नहीं हुई है, लेकिन यह तय है कि अजमेर सीट पर प्रो.सांवर लाल जाट परिवार को आसान दिख रही टिकट अब मुश्किल में पड़ सकती है। सीएम विरोधी खेमा और संघ खेमा भी रावत को टिकट के पक्ष में लग रहा है।