जयपुर। लोकसभा के पूर्व स्पीकर और वरिष्ठ वामपंथी नेता रहे सोमनाथ चटर्जी का आज सोमवार सुबह निधन हो गया। उनके निधन से सियासी क्षेत्र व शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई। सभी दलों के नेताओं ने शोक जताते हुए कहा है कि वे सभी के सममानीय थे और लोकतांत्रिक मूल्यों में उनकी गहरी आस्था था। चटर्जी लंबे समय तक सांसद बने रहने वाले नेताओं में शुमार थे।
एटमी डील के समर्थन में आने पर माकपा ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद उन्होंने राजनीति से संयास ले लिया था। करीब अस्सी साल के चटर्जी हार्ट और किडनी की बीमारी से ग्रसित थे। रविवार को डायलिसिस के दौरान चटर्जी को हार्ट अटैक आ गया और उनकी तबीयत नासाज होती गई। वे कुछ महीने से बीमार चल रहे थे।
उनके निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक संस्थान थे। पार्टी लाइन से हटकर उन्होंने काम किया और सांसदों व जनता में उनके प्रति गहरा सममान था। सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी चटर्जी के निधन पर दुख जाहिर किया।