– बैटरी चलित दुपहिया वालों की डीलरशिप के नाम पर की थी 10.41 लाख की ठगी
टोंक। निवाई के एक व्यापारी को ओला कंपनी मैनेजर बनकर इलेक्ट्रिक बैटरी चलित दुपहिया वाहनों की डीलरशिप देने का झांसा देकर 10.41 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी के मामले में थाना पुलिस ने चार ठगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सभी ठग बिहार के रहने वाले हैं। जिनसे ठगे गए रुपयों की बरामदगी एवं अन्य वारदातों के संबंध में गहनता से पूछताछ की जा रही है। टोंक एसपी मनीष त्रिपाठी ने बताया कि 9 जनवरी को कस्बा निवाई निवासी व्यापारी तेजकरण जैन ने साइबर अपराधियों द्वारा ओला कंपनी मैनेजर बनकर इलेक्ट्रिक बैटरी चलित दुपहिया वाहनों की डीलरशिप देने का झांसा देकर ₹10 लाख 41 हजार 400 की ऑनलाइन ठगी होने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं रुपयों की बरामदगी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र मिश्रा के निर्देशन व सीओ रूद्र प्रकाश शर्मा के सुपरविजन एवं थानाधिकारी अजय कुमार के नेतृत्व में निवाई थाने से विशेष टीम गठित की गई। एसपी त्रिपाठी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए गठित टीम ने संदिग्ध बैंक खाते व मोबाइल नंबरों की डिटेल प्राप्त कर गुरुवार को बिहार के जिला शेखपुर निवासी नीतीश पुत्र बाल्मीकि (25), आशीष रंजन उर्फ धुरी पुत्र मुरारी प्रसाद (21) एवं सुनील कुमार पुत्र अजोध्या प्रसाद (37) एवं नालंदा निवासी शशिकांत पुत्र श्रवण (22) को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह फर्जी सिम कार्ड एवं बैंक में फर्जी खाता खुलवा कर लोगों को प्रलोभन देकर ऑनलाइन ठगी की वारदात करते हैं। फिलहाल पुलिस ठगी की रकम की बरामदगी वं अन्य वारदातों के संबंध में गहनता से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार मुलजिम देशभर के कई राज्यों में साइबर ठगी के प्रकरणों में वांछित हो सकते हैं।