jaipur. आज से चार वर्ष जब केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोहन दास मोदी ने भाजपानीत सरकार का गठन किया था, तब देष एक ऐसे वातावरण में था कि क्या देष में कभी भ्रष्टाचार पर रूकावट लग पायेगी ? क्या देष के विकास की धूरी में आम आदमी आ सकेगा, क्या देष में महिलाओं को विकास के नए आयाम मिल पायेंगे ? क्या हमारे देष के गांवों का विद्युतीकरण हो सकेगा ? क्या एक नेषन एक टैक्स का सपना साकार हो सकेगा। क्या गांव और शहरों की निर्धन महिलाओं को गैस सुविधा मिल सकेगी ? क्या हमारा नौजवान नौकरियों के लिये ही भर सकेगा या फिर अपने उद्योग लगाकर औरों को नौकरी देकर उद्योग अथवा व्यवसाय का मालिक बनकर देष के विकास में महत्ती भागीदारी निभा सकेगा। क्या हमारे युवा वर्ग के उत्साह का संचार होगा। कहने का तात्पर्य है कि देष बहुत सारी आषाओ और उमंगो का आकांक्षी बना हुआ था तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ निष्चय और कार्य क्षमता के धनी जिन्हें अकाट्य नेतृत्व का प्रतीक माना जाय तो कोई अतिष्योक्ति नहीं होगी। निष्चय ही प्रधानमंत्री ने भाजपा विचारों को साथ रखते हुये जिन जन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिये जो क्रियात्मक ढाचां निर्मित किया है उससे आमजन में जो विष्वास विस्तारित हो रहा है यह विष्वास भक्ति में तब्दील हो गया है।
राजनैतिक दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध होता हो लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी केन्द्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन को धरातलों को ऊँचा उठाने का काम किया है, उससे यदि आज आमजन में जो जागृति का पैमाना बढ़ा है उससे आम आदमी इन चार सालों अगले पांच साल भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देने को भी तत्पर है। आम आदमी, प्रधानमंत्री जो परिणाम अनुभूति करना चाहता है वह उसे आयुर्वेदिक इलाज की तरह देखता है जिसके परिणाम शनैः शनैः ही महसूस किये जा रहे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आमजन के विष्वास को हम लोकतांत्रिक दृष्टि से देखे तो आज भाजपा बीस राज्यों में सरकार बनाकर आमजन की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। इस केन्द्रीय भाजपा सरकार की जो विषेषता सार्वजनिक रूप से नजर आ रही है यह है यदि पार्टी को विस्तारित करने में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह आज भी भारतीय राजनीति का चाणक्य माने जाते है जिन्होंने भाजपा को विष्व की सबसे बडी पार्टी बनाने का गौरव दिलवाया है। जहां बूथ कार्यकर्ता को ही सम्मान नहीं मिल रहा बल्कि पन्ना प्रमुख की भी हैसियत बढ़ायी है उत्तर-पूर्व भारत में भाजपा को पहचान को जिस सरकारों के रूप स्थापित की है वह अविस्मरणीय है, क्योंकि इसी भाजपा को उत्तरी भारत का पार्टी या फिर हिन्दी राज्यों की पार्टी कहा जाता है। लेकिन अमित शाह के चाणिक्य नेतृत्व में भारत को अस्सी प्रतिषत क्षेत्र में भगवा रंग से रंगे जाने का श्रेय किसी षिल्पकार को जाता है तो वह अमित शाह है जिन्हांेने कार्यकत्ताओं की कूची से आत्मविष्वास के रंग से भगवा रंग को सरोवर कर दिया है।
गत चार वर्षों में विष्व के एक सौ पच्चीस देषों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्राओं ने उन देषों से भारत को जोड़ने की प्रयास किया है वह अपने आप में अनूठा है। प्रधानमंत्री को इन देषों में जो अपनत्व मिला है। उससे भारत और सम्बन्धित देषों में अकाष्य दृढ़ता आयी है।
डिजीटल इण्डिया से जिस वित्तीय पारदर्षिता को पंख लगाये है उससे आमजन मंे जो जागृति आयी है उससे छोटे छोटे स्तरों से बड़े स्तर तक भ्रष्टाचार पर अंकुष लगा हैं। आज यह गर्व का विषय है कि केन्द्र सरकार के किसी भी मंत्री को भ्रष्टाचार में लिप्तता के कारण नहीं हटाया है और ना ही कोई केन्द्र सरकार को लांछित कर पा रहा है। किसानों की आम को दुगुना करने तथा किसान को उसकी उपज के समर्थन मूल्य को डेढ़ गुणा करने का सकंल्प कृषि प्रधान देष के लिये प्रधानमंत्री मोदी का गांवों की जड़ों को मजबूत करने का साहसिक निर्णय है।
स्वच्छ भारत और शौचालयों का निर्माण उज्जवला योजना, सैंकडों ऐसी योजनाओं को केन्द्र सरकार ने आमजन के हित में निरूपित है जिनके परिणाम दृष्टिगोचर हो रहे है, इन केन्द्रीय योजनाओं के लाभ देष के उन सवा सौ करोड़ देषवासियों के लिये संजोया जा रहा है, ये योजनाऐं जो दल गत राजनीति से ऊपर है। आज महिलाओं प्रसूती अवकाष, महिला और पुरूषों को खेलकूद के नए आयाम, योगा के विष्वव्यापी दर्जा दिलाना। नोटबंदी जीएसटी लागू करना ऐसे साहसिक निर्णय जिन्होंने अनेकों चुनौतियों के उपरान्त जन मानस में ऐसे आत्मविष्वास को बल दिया है, जिससे आम जन – मोदी जन बन रहा है उसे पार्टी की विचारधारा के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की कार्यषैली से आमजन प्रभावित है। आज कितने ही सर्वे हो रहे, न्यूज चैनलों के सर्वे हो रहे विष्वस्तरीय पत्र-पत्रिकाओं में व्यक्तित्वों के व्यक्तित्व का आकंलन हो रहा है। गर्व ही होगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता आषातीत तरीके से बढ़ी हुई है, आज की तारीख में कोई विकल्प ही नजर नहीं आ रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र की कार्यषैली की जो प्रमुखता है वह जनस्पर्षी भावनाओं को शासन के स्तर पर कैसे अंजाम तक पूरा किया जा सकता है। यही सफल क्रियान्वयन प्रधानमंत्री मोदी के चार वर्षों की विषिष्ठता लिए हुए है।
-विकास सोमानी (एडवोकेट),
सहप्रमुख, कानून एवं विधिक विषय विभाग, प्रदेश भाजपा