460 bank officers who changed the notes of 1000-500 by violating the RBI rules, are no longer good

नयी दिल्ली. बेहतर आय की उम्मीदों के चलते विदेशी निवेशकों ने घरेलू पूंजी बाजार में जनवरी में 3.5 अरब डॉलर (22,000 करोड़ रुपये से ज्यादा) का निवेश किया है। मॉर्निंगस्टार इंडिया के वरिष्ठ आकलन प्रबंधक (शोध) हिमांशु श्रीवास्तव का कहना है कि शेयरों में निवेश पर नया कर लगाए जाने से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का निवेश लघु अवधि के लिए प्रभावित हो सकता है लेकिन दीर्घावधि में यह सकारात्मक दिखता है।

डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में एफपीआई ने 13,781 करोड़ रुपये शेयर बाजार में और 8,473 करोड़ रुपये ऋण बाजार में निवेश किए हैं। इस प्रकार उनका कुल निवेश 22,254 करोड़ रुपये रहा। हालांकि इससे पहले दिसंबर के महीने में शेयर और ऋण बाजार से मिलाकर एफपीआई ने 3,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी की थी।

ऑनलाइन निवेश मंच ‘ग्रो’ के सह-संस्थापक और मुख्य परिचालन अधिकारी हर्ष जैन ने बताया, ‘‘जनवरी में ज्यादा निवेश होना आम बात है क्योंकि नयी राजकोषीय बहियों में खरीद दिखाई जाती है। इसके अलावा दूसरी वजह वृद्धि आधारित 2018-19 के बजट में बेहतर आय की उम्मीदों से भी निवेश बढ़ा है।’’उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा पेश किए गए 2018-19 के बजट में दीर्घावधि पूंजीगत लाभ (एक लाख रुपये से अधिक होने पर) पर 10% का कर शुरु किया गया है। इसके अलावा शेयर बाजार उन्मुखी म्यूचुअल फंड में होने वाली वितरण आय पर भी 10% कर लगाया गया है। पूरे वर्ष 2017 में एफपीआई ने शेयर और ऋण बाजार में कुल मिलाकर दो लाख करोड़ रुपये निवेश किए हैं।

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