भुवनेश्वर। केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ब्राह्मणी नदी पर दूसरी पुल परियोजना को क्रियान्वित करने के मामले में केंद्र पर लगाए गए बेरुखी के आरोपों को खारिज किया है और कहा कि परियोजना में विलंब के लिए ओडिशा सरकार जिम्मेदार है। सोमवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में गडकरी ने कहा कि राज्य सरकार को अभी वन मंजूरी जारी करनी है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करनी है। गडकरी ने कल पटनायक को लिखा, ‘‘विलंब के लिए एनएचएआई को जिम्मेदार बताए जाने के बारे में आपका पत्र पाकर और मीडिया में आई खबरें देखकर मैं आश्चर्यचकित तथा दुखी हूं। मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि परियोजना में विलंब वन मंजूरी और जमीन के अभाव में हुआ है।’’ मुख्यमंत्री ने राउरकेला के पास परियोजना पर कार्य शुरू करने के लिए सोमवार को गडकरी से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने की मांग की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि जरूरत हुई तो उनकी सरकार निर्माण कार्य के लिए वित्तीय मदद करने को तैयार है।
पिछले महीने दिल्ली में पटनायक से अपनी मुलाकात को याद करते हुए गडकरी ने कहा, ‘‘मैंने मुलाकात के दौरान वन विभाग और राज्य सरकार द्वारा मंजूरी देने में किए जा रहे अत्यधिक विलंब का मुद्दा उठाया था।’’ केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि ओडिशा सरकार को इस बात की तारीफ करनी चाहिए कि यातायात संबंधी समस्या और मार्ग के सामाजिक-आर्थिक महत्व के मद्देनजर उन्होंने छह लेन के पुल को मंजूरी दी थी, जबकि राज्य सरकार ने इसे दो लेन का प्रस्तावित किया था। गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय ओडिशा में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास को लेकर अग्र-सक्रियता से काम कर रहा है।