जयपुर। चिंन्मय मिशन जयपुर के तत्वावधान में छोटी काशी में एक बार फिर धर्म पताका पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ फैरेगा। जयपुर मिशन के ब्र. विराशद चैतन्य आचार्य ने बताया कि सोमवार से चिंन्मय मिशन, उत्तर भारत प्रमुख, पूज्य स्वामी सुबोधान्नंद सरस्वती की मधुर वाणी में श्रद्धालु सहज और सरल शब्दों में ष्श्रीमद् भागवत पुराणष् का गूढ़ रहस्य समझेंगे। विद्याधर नगर सेक्टर-2, बी-ब्लॉक स्थित श्उत्सवश् में 19 अगस्त तक रोजाना शाम 6 से रात 8 बजे तक स्वामी सुबोधानंद सरस्वती श्श्रीमद् भागवत पुराण षष्ठ स्कंधश् पर विशेष प्रवचन देंगे।
जयपुर शाखा मिशन अध्यक्ष, ममता मानसिंगका, ने बताया कि वर्ष 1953 में चिंन्मय मिशन की स्थापना स्वामी चिन्मयानंद के शिष्यों द्वारा स्वामी जी के कार्यों को संगठित स्वरूप प्रदान करने और संपूर्ण विश्व को आध्यात्मिक, धार्मिक ज्ञान के साथ सार्वभौमिक सत्य ष्सर्व शक्तिमान केवल एक ही ईश्वर है….ष् के साथ गौरव शाली भारतीय गुरु-शिष्य परंपरा के प्रचार-प्रसार के लिये की गई थी। उन्ह¨नेे आगे बताया कि यह एक आध्यात्मिक, शैक्षिक तथा धार्मिक संस्था है। इसका परिचालन सेन्ट्रल चिंन्मय मिशन ट्रस्ट मुंबई के अध्यक्ष स्वामी स्वरूपानंद महाराज द्वारा किया जाता है। वर्तमान समय में भारत एवं विश्व के अन्य भागों में मिशन के 300 से अधिक केंद्रों में लाखों श्रद्धालु आध्यात्मिक, शैक्षिक तथा धार्मिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
सचिव डॉ. उमा आचार्य ने बताया कि सात दिन तक गुलाबी नगरी की पावन धरा पर कथा के दौरान सत्पुरूषों का बड़ा दुर्लभ समागम होगा। काथा आयोजक मुखय यजमान अशोक एवं पद्मा सोढानी द्वारा श्रद्धालुओं के लिए प्रसादी और अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी।