जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा पूरी तरह सरकारी खर्च पर की जा रही भाजपा की चुनावी यात्रा है। जिसे तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए। एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने भाजपा से इस यात्रा पर हुए खर्च का हिसाब शपथ पत्र सहित पेश करने के आदेश देकर प्रथम दृष्ट्या मान लिया है कि यह यात्रा सरकारी धन पर चल रही है।
गहलोत ने एक बयान जारी कर कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि यह यात्रा सरकारी खर्चे पर ही की जा रही है, इसके लिए बाकायदा विभिन्न विभागों द्वारा आदेश भी जारी किये गये। गौरव यात्रा में जिस कदर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया, मुख्यमंत्री इसके लिए जनता से माफी मांगे और नये सिरे से आदेश जारी करें कि प्रदेश में कहीं भी किसी भी रूप में अधिकारी, कर्मचारी, इंजीनियर, ठेकेदार आदि के माध्यम से इस यात्रा पर खर्चा नहीं किया जाये।
उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव की यह जिम्मेदारी है कि वह सरकारी धन के दुरुपयोग को रोके और इस दिशा में जिला कलक्टर्स सहित सभी सरकारी विभागों को दिशा-निर्देश जारी कर सुनिश्चित करे कि प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से भी सरकारी मशीनरी की भागीदारी इस यात्रा में ना हो पाये।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पहले से ही मुख्यमंत्री को इस यात्रा को सरकारी यात्रा बताये जाने पर चेता दिया था लेकिन सरकारी धन का दुरुपयोग करने की आदी मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने एक नहीं सुनी। सरकार अब न्यायिक कार्यवाही से बचने के लिए इस यात्रा को पार्टी का कार्यक्रम बताकर लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। भाजपा को चाहिए कि इस सरकारी यात्रा को अविलम्ब निरस्त करे।