नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जी डी बिड़ला शिक्षा केंद्र में दो शिक्षकों द्वारा चार साल की बच्ची के यौन शोषण की आरोपी प्राध्यापक को गिरफ्तार करने की सिफारिश की है । पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष अनन्या चटर्जी चक्रवर्ती ने बताया कि प्राध्यापक शर्मिला नाथ इस मामले को समझदारी से हल कर सकती थी।
उन्होंने बताया, ‘‘इसके उलट, पहले शर्मिला ने ऐसी घटना से ही इंकार कर दिया । पॉक्सो ( यौन शोषण से बच्चों की सुरक्षा अधिनियम ) अधिनियम में वह भी एक कसूरवार हैं। प्राध्यापक की गिरफ्तारी सबसे अधिक जरूरी है । मैंने कोलकाता के पुलिस आयुक्त से बात की है और उन्हें कहा है कि शर्मिला को निश्चित तौर पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए ।’’ चक्रवर्ती ने इस बात पर जोर दिया कि अनिश्चित काल तक के लिए संस्थान को बंद रखने के मामले में आयोग स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की पहल करेगा।
आयोग के अन्य सदस्यों के साथ दक्षिण कोलकाता स्थित शैक्षिक संस्थान का दौरा करने के बाद चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘स्कूल प्रबंधन संस्थान में पढ़ रहे सात हजार बच्चों का भविष्य जोखिम में नहीं डाल सकता हैं । हमलोग इसके लिए स्कूल प्रबंधन के खिलाफ निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई करेंगे ।’’ अयोग ने पुलिस से पीड़ित बच्ची की चिकत्सकीय रिपोर्ट भी मांगी है । उल्लेखनीय है कि स्कूल के दौरान नर्सरी की छात्रा के साथ कथित यौन शोषण के मामले में शारीरिक शिक्षा के दो शिक्षकों को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया जा चुका है।