जयपुर. गहलोत सरकार चुनावी साल का बजट इस बार जल्दी पेश करेगी। 15 दिन से 1 महीना पहले गहलोत विधानसभा में साल 2023-24 का चुनावी बजट पेश कर सकते हैं। सीएम गहलोत ने कहा बजट फरवरी-मार्च में आता है। अबकी बार 15 दिन या 1 महीने पहले बजट आ जाए तो यह अलग बात है। अबकी बार बजट में देरी नहीं होगी, क्योंकि बाद में सबको इलेक्शन में जाना होता है । चाहे पक्ष हो या विपक्ष, सब चाहते हैं टाइम पर बजट आए और पूरा हो। हम भी चाहते हैं कि विपक्ष को भी हमारे खिलाफ बात करने का मौका मिले। डेमोक्रेसी है, वो अपनी बात कहें, हम अपनी बात कहेंगे। हमारी उपलब्धियां बताएंगे। फैसला तो जनता करेगी। हम चाहेंगे कि हमारी सरकार रिपीट होकर वापस आए। मेरा अनुभव है जब-जब सरकार रिपीट नहीं हुई, तब तमाम योजनाओं को इम्प्लीमेंट करने में दिक्कत हुई है। सीएम गहलोत के इस बयान से माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार फरवरी के शुरूआती हफ्ते में सरकार बजट पेश कर सकती है। यह बजट युवाओं को समर्पित होगा। बेरोजगारों को नौकरी के लिए नई भर्तियों की घोषणा के साथ ही स्पोर्ट्स, हायर एजुकेशन, स्कूल एजुकेशन, होस्टल, कॉलेज समेत युवाओं और स्टूडेंट्स से जुड़ी कई घोषणाएं बजट में हो सकती हैं। इससे पहले गहलोत ने 23 फरवरी 2022 को साल 2022-23 का बजट पेश किया था। 24 फरवरी 2021 को साल 2021-22 का बजट और 20 फरवरी 2020 को साल 2020-21 का बजट पेश किया गया था। गहलोत ने कहा भारी बरसात के कारण सड़कें तहस-नहस हो गई हैं। अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं कि दिवाली तक सड़कों के रिपेयर और पैच वर्क का काम हो जाएगा तो लोगों को सुविधाएं मिलेगी। आने वाले वक्त में बजट घोषणा पूरी होंगी। हम जो अगला बजट पेश करेंगे, वह युवाओं के लिए होगा। आज हमने इंस्ट्रक्शन दिए हैं कि युवाओं के लिए जो योजनाएं हैं, उनका इंप्लीमेंटेशन जल्दी हो। डिपार्टमेंट खुद पब्लिक इंटरेस्ट के सुझाव दें। राजस्थान युवाओं और छात्रों के लिए कैसे मॉडल स्टेट बन सके इस सोच के साथ बजट बने। हमने किसानों के लिए प्रोविजन डबल कर दिए,बजट अलोकेशन डबल कर दिए, किसानों के लिए अलग बजट पेश किया तो उन्हें अच्छा लगा । उसी तरह आने वाला कल युवाओं का है। उनके लिए मैं क्या कर सकता हूं उस दिशा में हम लोग लगे हुए हैं। राजीव गांधी के नाम से जो ग्रामीण ओलंपिक हो रहे हैं उससे एक्स्ट्राऑर्डिनरी माहौल बना है। युवाओं को लगा कि सरकार हमारे लिए सोच रही है। स्पोर्ट्स सेक्टर में हम आगे बढ़ना चाह रहे हैं। वैसे हम हर बार प्री-बजट मीटिंग करते हैं, लेकिन मैं प्रदेशवासियों से कहना चाहूंगा कि पब्लिक हमें बजट को लेकर सुझाव दे। पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कों को लेकर हमारा फोकस है । प्रदेशवासियों से कहना चाहूंगा कि हमें सुझाव दें, हम उसको एग्जामिन करेंगे और जो संभव होगा वह हम लागू करने का काम करेंगे।
बीजेपी की सोच नेगेटिव होती है। सरकार बदलने पर वह हमारी सरकार की स्कीम्स को बंद कर देती है। उस कारण से योजनाओं पर काम बंद हो जाता है । रिफाइनरी इसका उदाहरण सामने है। 40 हजार करोड की रिफाइनरी आज 70 हजार करोड रुपए में बनेगी। यह एक ही उदाहरण बहुत है। ऐसे ही छोटे-मोटे कितने ही काम पिछली बीजेपी सरकार ने बंद किए हैं। लेकिन हम बीजेपी सरकार का कोई काम बंद नहीं करते। बल्कि उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं। हमारी नीति और सोच पॉजिटिव है। इसलिए हम आगे बढ़ रहे हैं। हम चाहेंगे इस बार हमारी सरकार रिपीट हो, जिससे और ज्यादा स्कीम शानदार तरीके से और मजबूती से आगे पेश कर सकें। पीएम नरेंद्र मोदी से रिक्वेस्ट की है कि वह हमारी ओल्ड पेंशन स्कीम की घोषणा, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर सोचें। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना हिंदुस्तान में कहीं नहीं है, बाहर के मुल्कों में भी शायद नहीं होगी। आज के ज़माने में हर व्यक्ति को सोशल सिक्योरिटी मिलनी चाहिए। हम 1 करोड़ लोगों को पेंशन दे रहे हैं। बुजुर्गों, विधवाओं, सिंगल वूमन, निशक्त जनों को पेंशन दी जा रही है। हमने शहरी रोजगार गारंटी योजना इंदिरा गांधी के नाम से शुरू की है , जिसे बहुत लोग वेलकम कर रहे हैं । 100 दिन के रोजगार की नरेगा की तरह उसमें गारंटी दी गई है । पहली बार महिलाएं-पुरुष घरों से काम करने के लिए निकल रहे हैं। जो पहले कभी नहीं निकले थे। लगभग 70000 लोग इसमें लग गए हैं।
नए जिलों की मांग पर गहलोत ने कहा सब कुछ संभव है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिवालय में बजट घोषणाओं की रिव्यू बैठक की। जिसके बाद मीडिया से रूबरू होकर कहा आज विधायक कह रहे हैं, ऐसा पहली बार हो रहा है कि आपने केवल घोषणा ही नहीं की है। स्वीकृति भी निकल रही है। क्षेत्रों में काम हो रहे हैं। सेंक्शन हो रही है। सड़कों के काम हो रहे हैं। जो भी विधायक मिलने आते हैं। वह शिकायत कर ही नहीं रहे हैं। गहलोत ने कहा मुझे अच्छा लगा हमारे यहां की ब्यूरोक्रेसी बहुत कमिटेड है। सीएस की मॉनिटरिंग होती रहती है और स्मूथली काम हो रहा है । मुझे पूरा विश्वास है दिसंबर तक हम बजट घोषणाओं पर पूरा प्रोग्रेस कर पाएंगे। बजट की 89 परसेंट स्वीकृतियां निकल गई हैं। 74 परमेंट काम इम्प्लीमेंट हो गए हैं।

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