जयपुर. कांग्रेस राज में शुरू हुए ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक को भजनलाल सरकार बंद करके नए कलेवर में लाने पर विचार कर रही है। भजनलाल सरकार खेल कॉम्पिटिशन की नई स्कीम लाएगी। राजस्थान सरकार खेलो इंडिया गेम्स की तर्ज पर खेलो राजस्थान यूथ गेम्स करवाएगी। युवा और खेल संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा ने इसकी घोषणा की है। सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- राज्य सरकार खेलो इंडिया गेम्स की तर्ज पर खेलो राजस्थान यूथ गेम्स का आयोजन करने पर विचार कर रही है। सरकार ग्रामीण क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को आगे लाने का लक्ष्य लेकर काम कर रही है। इसे देखते हुए आने वाले समय में प्रदेश में खेल विश्वविद्यालय खोला जाएगा। जिला और संभाग स्तर पर खेल सुविधाएं, खेल हॉस्टल विकसित किए जाएंगे। सीएम ने कहा प्रदेश सरकार ने कुछ ही महीनों में युवाओं के हित में अनेक कदम उठाए हैं। अब तक 17 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्तियां दी जा चुकी हैं। इस साल राज्य सरकार 70 हजार भर्तियां करवा रही है। गहलोत राज में हुए ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक खेलों के आयोजन में खेल सामग्री की खरीद में बीजेपी ने गड़बड़ी करने के आरोप लगाए थे। गहलोत राज के आखिरी साल में हुए ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक के लिए खेल विभाग के बजट से ज्यादा की करोड़ों की टी शर्ट खरीदने का मुद्दा विधानसभा में भी उठा था। खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने विधानसभा में ग्रामीण-शहरी ओलिंपिक के लिए की गई टी-शर्ट खरीद की जांच करवाने की घोषणा की थी। बैठक में डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय लोगों से बजट से जुड़े सुझाव लेकर सरकार के कामकाज की दिशा तय करने की पहल की गई है। इस प्रकार प्रदेश में सहभागी सरकार के माध्यम से प्रभावी सुशासन सुनिश्चित किया जा रहा है। उद्योग, युवा और खेल मामलों के मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा- राज्य सरकार का फोकस प्रदेश में खेलों से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर है। इससे खिलाड़ियों को इंटरनेशल स्तर की ट्रेनिंग मिल स​केगी। उद्योग, युवा और खेल मामलों के राज्य मंत्री के.के. विश्नोई ने कहा कि केंद्र सरकार की फिट इंडिया, खेलो इंडिया और टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) जैसी योजनाओं से देश में खेल और खिलाड़ियों के लिए अच्छा माहौल बना है। बजट पूर्व बैठक में यूनिसेफ, यूएनएफपीए, क्रीड़ा भारती सहित विभिन्न खेल संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों, पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों, युवा एवं स्टार्टअप उद्यमियों ने कई सुझाव दिए।

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