जयपुर। जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय जुलाई से शुरू होने वाले अकादमिक सत्र 2020-21 में नए कोर्स शुरू करेगा। यह जानकारी कुलपति डॉ. अनुला मौर्य ने एक वक्तव्य में दी। उनके मुताबिक़ नए कोर्स शुरू करने की योजना बन गई है। शास्त्री और आचार्य में अध्ययन कर रहे विद्यार्थी जर्मन भाषा का अध्ययन कर सकेंगे।
डॉ. अनुला मौर्य ने बताया कि नए सत्र से पत्रकारिता और जनसंचार में डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी शुरू हो जाएगा। राज्य सरकार विश्वविद्यालय के विकास के लिए विशेष रूप से ध्यान दे रही है। जुलाई में शुरू होने वाले सत्र में अब पाँच विभागो दर्शन, व्याकरण, वेद, ज्योतिष, साहित्य और योग के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित होंगे।
नए सत्र में सभी विभागों से संबंधित डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। इन डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रमुख हैं ज्योतिष, कर्मकांड, योग, कंप्यूटर, और पत्रकारिता। नए साल से छात्रों को संस्कृत के संदर्भ में समाज शास्त्र, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास, न्याय व्यवस्था, संविधान, विदेश-नीति, विज्ञान, पर्यावरण, भूगोल, साहित्य-संस्कृति आदि की बुनियादी जानकारी भी दी जाएगी।
पत्रकारिता पाठ्यक्रम में प्रिंट, रेडियो-टीवी, डिज़िटल, ऑनलाइन तथा सोशल मीडिया, पीआर, विज्ञापन, फ़िल्म और डोक्यूमेंट्री, फ़ोटोग्राफ़ी, डिज़ाइन और लेआउट, ग्राफ़िक, एनिमेशन आदि का पाठ्यक्रम इस रूप में उपलब्ध होगा। पाठ्यक्रम में हिन्द अंग्रेजी और संस्कृत भाषा की दक्षता भी शामिल है। सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए न्यूनतम योग्यता किसी भी विषय में 12वीं कक्षा तय की गई है।