जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने आज पार्टी छोड़ दी है। पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में तिवाड़ी ने भाजपा छोड़ने का ऐलान किया। साथ ही घोषणा की कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनका दल भारत वाहिनी पार्टी चुनाव में उतरेगी, साथ ही प्रदेश की दो सौ सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे। वे इसी दल के बैनर तले सांगानेर से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा छोड़ने से पहले उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को तीन पेज का पत्र लिखा है। तिवाड़ी ने कहा कि पार्टी छोड़ना मेरे लिए दुखद है।
आपातकाल को याद करते हुए घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि आज देश और पार्टी में इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं। देश और प्रदेश में एक अघोषित आपातकाल लागू है। लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है। लेकिन 43 साल पहले इमरजेंसी के दौरान भी उन्होंने सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और आज भी देश में घोषित आपातकाल के खिलाफ लड़ूंगा। तिवाड़ी ने आरोप लगाया कि केन्द्र में भाजपा सरकार होने के बावजूद राजस्थान में लूट-खसोट चल रही है। केन्द्र के कुछ नेताओं की मिलीभगत से यह खेल चल रहा है। पैसा वसूला जा रहा है। जो इसके खिलाफ बोल रहा है, उसकी आवाज को दबाई जा रही है। राजस्थान भाजपा एक व्यक्ति की दुकान बन गई है। इस बारे में पार्टी नेतृत्व को अवगत कराने पर भी कुछ नहीं किया। कार्यकर्ताओं का अपमान होता रहा है, लेकिन वे चुप रहे।
तिवाड़ी ने भ्रष्टाचार और लूट के खिलाफ लड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि केन्द्र और प्रदेश में अघोषित आपातकाल के लिए वे लड़ते रहेंगे। खुद को इमरजेंसी की लड़ाई के अगुवा नेता जयप्रकाश नारायण का अनुयायी करार देते हुए तिवाड़ी ने कहा कि वे कांग्रेस से कोई समझौता नहीं करेंगे और आरएसएस की शाखाओं में जाते रहेंगे। तिवाड़ी ने कहा कि भाजपा के पूर्व और वर्तमान एक दर्जन विधायक उनके संपर्क में है। निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल के साथ चुनाव लड़ने का संकेत देते हुए कहा कि वे भाजपा-कांग्रेस को हराने के लिए प्रदेश में मजबूत तीसरा मोर्चा बनाया जाएगा।