कोटा। शहर के रेलवे कॉलोनी थाना इलाके में एक 14 वर्षीय बालिका की मौत हो गई। खेलते-खेलते इस बालिका के फांसी का फंदा लग गया। जिससे उसकी मौत हो गई। यह घटना पड़ोस में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें गले में फंदा लगने के बाद बच्ची करीब एक मिनट तक छटपटाती हुई नजर आ रही है। घटना के बाद से परिजन सदमे में हैं।
पूनम कॉलोनी इलाके में रहने वाली दीपिका (14) छठीं क्लास में पढ़ रही थी। उसके पिता राजेंद्र शर्मा रेलवे में वेंडर हैं। दीपिका तीन-भाई बहनों में सबसे छोटी थी। बड़े भाई की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की बहन जयपुर में पढ़ाई करती है। जिस घर में यह हादसा हुआ उसकी पहली मंजिल पर रेलिंग लगी है। दूध, सब्जी और अन्य सामान लेने के लिए परिवार के लोगों ने इस रेलिंग पर रस्सी बांध रखी थी ताकि सामान लेने के लिए नीचे नहीं जाना पड़े। शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे दीपिका अपने डॉग के साथ घर के बाहर खेल रही थी। परिवार के सदस्य घर के अंदर थे। खेलते-खेलते दीपिका ने रेलिंग से लटक रही रस्सी को अपने गले में डाल लिया। इसके बाद कुछ सैकेंड तक वह उस रस्सी के साथ खेलती रही। अचानक रस्सी टाइट हो गई। बैलेंस बिगड़ने से उसका गला फंदे में फंस गया। फंदा लगने से उसका दम घुटने लगा। सीसीटीवी फुटेज में वह तड़पती नजर आ रही है।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) शंकर लाल ने बताया कि बच्ची रात को घर के बाहर बंधे डॉग के साथ खेल रही थी। इस दौरान बच्ची ने खेलते समय रस्सी को गले में डाल लिया। 10-15 मिनट बाद पड़ोसी की नजर पड़ी, तब उसने परिजनों को बताया। परिजन उसे उतार कर एमबीएस (महाराव भीम सिंह) हॉस्पिटल लेकर आए। हॉस्पिटल में मौजूद ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन शव का पोस्टमाॅर्टम नहीं करवाने चाहते थे। शव को बिना पोस्टमाॅर्टम परिजनों को सौंप दिया गया।