जयपुर : लुप्त हो रहे गोडावण की वंशवद्वि कार्यक्रम को उस समय जबरदस्त झटका लगा, जब गुरूवार को खतोराई गांव के निकट गोडावण की उच्च क्षमता की बिजली के तार से टकरा जाने से मौत हो गई । राष्ट्रीय मरू उद्यान जैसलमेर के उपनिदेशक अनूप के आर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस साल बिजली के तार से टकरा कर गोडावण की मौत की यह तीसरी घटना है ।
उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में गोडावण की मौत हुई है इस इलाके में 7-8 गोडावण विचरण करते हैं । उन्होने कहा कि भविष्य में फिर गोडावण ऐसे हादसे के शिकार नहीं हो बिजली की लाइनक को हटाने के लिए न्यायालय की शरण लेंगे । राष्ट्रीय मरू उद्यान सूत्रों के अनुसार फिलहाल गोडावण की संख्या 40 से भी कम है। गौरतलब है कि गत नौ दिसम्बर को मोकला के पास विंड मील कंपनियों के उच्च क्षमता की बिजली लाइन की चपेट में आने से तथा उससे पहले कन्नोई में बिजली की तार के सम्पर्क में आने से गोडावण की मौत हो गयी थी।