जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार पूरी मुस्तैद और सतर्क है, लेकिन इस महामारी से लड़ने के लिए आमजन की सावधानी भी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरकर और बचाव के तरीके अपनाकर ही कोरोना को हराया जा सकता है। डॉ. शर्मा ने कहा कि 2 मार्च को प्रदेश में पहला पॉजीटिव केस सामने आया था। आज प्रदेश में करीब 1 लाख 10 हजार लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। उन्होंने कहा कि देश में प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा मरीज कोरोना की गिरफ्त में आ रहे हैं। यदि संक्रमितों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो भारत संक्रमितों के आकड़ों में पहले पायदान पर आ जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती संख्या का असर राजस्थान पर भी पड़ रहा है। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोरेाना पॉजिटिव की संख्या में बढ़ोतरी हमारी लापरवाही का परिणाम भी हो सकता है। सरकार लगातार आमजन को बाहर निकलते समय मास्क लगाने, समूह में ना जाने, बार-बार साबुन या सेनेटाइजर से हाथ साफ करने, कम से कम दो गज की दूरी रखने की अपील कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां लोगों ने लापरवाही बरती है वहीं पॉजिटिव केसेज में बढ़ोतरी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिन मरीजों में लक्षण नजर आते हैं, उन्हें चिन्हित करने में तो विभाग को कोई परेशानी नहीं है लेकिन बिना लक्षण के मरीज आज सबसे बड़ी चुनौती बने हुए हैं। उन्हें पहचानने के लिए केवल जांच ही एकमात्र विकल्प है। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सरकार ने कोरोना के दौर में अन्य राज्यों की तुलना में बेहतरीन काम किया है। इस दौरान न केवल सरकार ने चिकित्सकीय आधारभूत ढांचे को मजबूत किया है, बल्कि हमारी चिकित्सकीय व्यवस्थाएं भी मजबूत हुई हैं। यही वजह है कि प्रदेश की पॉजिटिविटी दर देश भर में सबसे कम है। प्रदेश में पॉजिटिव से नेगेटिव होने वाले मरीजों का रिकरी रेशो भी 82 फीसद के करीब है। प्रदेश में मृत्युदर में लगातार गिरावट आती जा रही है। वर्तमान में मृत्युदर 1.17 फीसद है। प्रदेश में लगातार जांचों में बढ़ोतरी की जा रही है। अस्पतालों में शय्याओं में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। वेंटीलेटर्स की संख्या प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में है।
डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है। आरयूएचएस में शय्याओं में बढोतरी की गई है। उन्होंने बताया कि 500 बैड की क्षमता वाले जयपुरिया अस्पताल को हाल ही कोविड डेडिकेटेड अस्पताल घोषित कर दिया है और वहां ऑक्सीजन सप्लाई के बैड बढ़ाने का काम निरंतर चल रहा है। इसी तरह 200 बैडेड की क्षमता वाले ईएसआई अस्पताल को भी अधिग्रहित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो आर्मी से भी बैडेड लेंगे लेकिन किसी भी स्थिति में आमजन को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड के प्रसार पर नियंत्रण के हरसंभव प्रयास किए हैं। निजी अस्पतालों में कोविड के इलाज के लिए जांच की दर को 2200 से कम कर 1200 रुपये निर्धारित किया गया है। यही नहीं किसी मरीज को निजी कमरे की जरूरत पड़ने पर होटल से भी एमओयू कर दरें निर्धारित की है ताकि आमजन को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने बताया कि सरकार आमजन की मदद के लिए हैल्प डेस्क का भी गठन किया गया ताकि उन्हें वेंटिलेटर्स, बैड्स, ऑसीजनयुक्त बैड की वास्तविक स्थिति का पता चल सके। यह हैल्प डेस्क राउंड द क्लॉक काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ इस महामारी पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि महामारी के दौर में विपक्ष किसी कमी को मुद्दा बनाने की बजाए सकारात्मक सहयोग करे ताकि सरकार और बेहतर तरीके से आमजन को सुविधाएं मुहैया करवा सके। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष इस दौर में रचनात्मक भूमिका निभाएगा तो हम आमजन का जीवन बचाने में सक्षम हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष कुछ भ्रामक जानकारी फैलाकर आमजन को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है।