jaipur. केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता तथा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में बदलाव करके एक मिसाल कायम की है। सीआईआई द्वारा आयोजित 15वें स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन को आज नई दिल्ली में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सस्ती, सुगम्य और लगातार स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सरकारी व्यवस्था के बाहर प्रतिभा, ऊर्जा और संसाधनों को बाहर निकालकर एक उद्यमिता मॉडल तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत जिसका लोकप्रिय नाम मोदी केयर है, सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली है जिसे राज्यों द्वारा लागू किया जा रहा है और जो देश की लगभग आदि आबादी को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। प्रधान ने कहा कि अधिक डॉक्टर, अर्ध चिकित्सक, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा आदि प्रदान करने के लिए एक व्यवस्था बनाई गई है। क्योंकि भारत विदेशी मरीजों खासतौर से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के मरीजों का प्रिय स्थल बन गया है। प्रधान ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कुशल मानव शक्ति प्रदान करने के लिए जापान और संयुक्त अरब अमीरात के साथ औपचारिक समझौते किए गए हैं क्योंकि भारतीय मानव शक्ति में संवेदनशीलता, सहानुभूति और जिम्मदारी का भाव है।
प्रधान ने कहा कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा स्थापित स्वास्थ्य सेवा परिषद प्रशिक्षित मानव शक्ति प्रदान करने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। सरकार ने सहायक और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सांविधिक संगठन स्थापित करने की मांग को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय दवा उद्योग पहले से ही दुनियाभर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। प्रधान ने कहा कि भारत सस्ते स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए एक प्रयोगशाला बन सकता है। उन्होंने सभी साझेदारों से कहा कि वे इन प्रयासों में योगदान दें।