Jaipur. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सरकार भारत को दुनिया के चिकित्सा स्थल के रूप में ऊपर उठाने को बढ़ावा दे रही है। सर गंगा राम अस्पताल के 127 वें स्थापना दिवस समारोह को आज यहां सम्बोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने 161 देशों को ई-वीजा की सुविधा देकर चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में अनेक कदम उठाए हैं। इसके अलावा गृह मंत्रालय ने ई-वीजा पर प्रवास की अवधि 30 दिन से बढ़ाकर 60 दिन कर दी है और साथ ही ई-चिकित्सा वीजा मामलों में ट्रिपल एंट्री की इजाजत भी दे दी है। स्वास्थ्य क्षेत्र के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि 125 करोड़ लोगों वाले देश में सभी को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती है। हमारे पास डॉक्टर-मरीज का अनुपात संतुलित नहीं है। अगर हम स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्च को देखें तो यह जीडीपी का केवल 1.16 प्रतिशत है। लेकिन हम इसे बढ़ा कर कम से कम 2.5 प्रतिशत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में आय की भारी असमानता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की ताकि गरीबों और जरूरतमंदों को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य रक्षा योजना है। जिसके अंतर्गत 10 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों (करीब 50 करोड़ लाभार्थियों) को शामिल किया जाएगा, अस्पताल में भर्ती होने के दौरान चिकित्सा पर प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा प्रदान किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना निजी क्षेत्र की भागीदारी के बिना संभव नहीं है। आप इस बात से सहमत होंगे कि लोगों को सस्ती चिकित्सा सेवा की सुविधा देने के साथ ही उन्हें व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा मिलनी चाहिए। स्वास्थ्य सेवा और व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमें स्वास्थ्य क्षेत्र में भारी निवेश करने की आवश्यकता है। यह निजी क्षेत्र के सक्रिय योगदान से ही सम्भव है। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम निजी क्षेत्र को अपने महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में देखते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य का मूल नियम सफाई है और सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में पहले कदम के रूप में प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत कर चुके हैं।