जयपुर, 30 अप्रेल , भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा.सतीश पूनियाँ ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को पत्र लिखकर अनुरोध किया है की कोरोना संक्रमण के समय सरकार को आयुष चिकित्सकों का सहयोग लेना चाहिए । साथ ही डा.पूनियाँ ने जलदाय मंत्री बीडी कल्ला को पत्र लिखकर माँग की है की गर्मियों के मौसम को देखते हुए सरकार जनता को समुचित पेयजल उपलब्ध करवाने की व्यवस्था करे ।
डा.पूनियाँ ने रघु शर्मा को लिखे पत्र में कहा है की आयुर्वेदिक चिकित्सक इस संकट के समय में अपनी ओषधियों से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करने में मदद कर सकते है , पर सरकार ने प्रदेश के सभी आयुर्वेदिक चिकित्सालयों को बंद कर रखा है और इन चिकित्सकों की अन्य कार्यों में ड्यूटी लगाई हुई है । सरकार को इन आयुर्वेदिक , होमियोपैथिक , प्राकृतिक चिकित्सकों का उपयोग इनके मूल काम के लिए ही करना चाहिए । साथ ही राजस्थान के जो इंटर्न चिकित्सक ,कोरोना से लड़ाई में न्यूनतम मानदेय पर सेवाएँ दे रहे है उनका अन्य प्रदेशों को तरह ही स्टाइपेंड बढ़ाया जाए ।
डा.पूनियाँ ने जलदाय मंत्री बीडी कल्ला को भी पत्र लिखकर माँग की है की वे गर्मियों को देखते हुए ये सुनिश्चित करें की लोगों को पेयजल की आपूर्ति होती रहे है । हर बार सरकारें फ़रवरी महीने में ही ग्रीष्मकालीन समय में होने वाली पेयजल आपूर्ति की तैयारी करती है । नए ट्यूबवेल और हेंडपम्प खोते जाते है । टैंकर सप्लाई के टेंडर हो जाते है , लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है । इसलिए सरकार को ये ध्यान रखना चाहिए की संकट के इस समय में उसकी लापरवाही से पेयजल का संकट नहीं खड़ा हो जाए ।
डा.पूनियाँ ने सरकार से आग्रह किया है की उसने प्रवासियों को उनके घरों तक पहुँचाने की क्या कार्ययोजना बनाई है उसका खुलासा करें । अब जबकि केंद्रीय ग्रह मंत्रालय ने उनको आवागमन की छूट दे दी है तो अब राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है की वो ये सुनिश्चित करें की लाकडाउन में प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में फँसे राजस्थान के मज़दूरों, छात्रों , पर्यटकों को बिना परेशानी के उनके घरों तक पहुँचाए ।