कोलकाता: सरकार को चालू वित्त वर्ष के शेष चार माह के दौरान 13 से 15 खान ब्लॉक में खनिजों की नीलामी से 50,000 करोड़ रुपये और मिलने की उम्मीद है। खान मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी देते हुये कहा कि नीलामी के नियमों में होने वाले प्रस्तावित संशोधनों से यह संभव हो सकेगा। चूना पत्थर, लौह अयस्क, पन्ना तथा अन्य कीमती धातुओं की 13 से 15 खानों में यह नीलामी हो सकती है।
केन्द्रीय खान सचिव अरुण कुमार ने कल शाम यहां कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि इस दिशा में प्रगति तेज हो। हमें पूरी उम्मीद है कि शेष चार माह के दौरान 13 से 15 नये ब्लॉक के साथ चालू वित्त वर्ष के दौरान हम एक लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा आसानी से पार कर लेंगे।’’ कुमार ने यहां हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड के स्वर्ण जयंती समारोह के मौके पर संवाददाताओं से अलग से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘इस वित्त वर्ष में अब तक हमने 12 खानों में 50,000 करोड़ रुपये के खनिजों की नीलामी की है।’’ सरकार पिछले दो साल के दौरान 33 खानों से 1.80 लाख करोड़ रुपये के खनिजों की नीलामी करने में सफल रही है।
खान मंत्रालय इस समय खनन क्षेत्र में निजी क्षेत्र के हितों को देखते हुये नियमों में कुछ संशोधन करने की प्रक्रिया में है। अरुण कुमार ने कहा, ‘‘संशोधन फिलहाल मंजूरी के लिये विधि मंत्रालय के पास है। इन प्रस्तावित संशोधनों के साथ अधिसूचना नवंबर में आने की उम्मीद है।’’ खान सचिव ने कहा कि नये प्रावधानों से नीलामी प्रक्रिया ‘‘अधिक आकर्षक और सरल’’ होगी। नये नियमों के अमल में आने के बाद बोली लगाने वाले को तीन साल के भीतर काम शुरू करने का समय मिलेगा और इस दौरान यदि ऐसा कुछ होता है जो कि नियंत्रण से बाहर है तो दो साल का समय और बढ़ाया जा सकता है।