कोटा। राजस्थान में कृषि भूमि पर बनी आवासीय कॉलोनियों के लिये बडी खबर सामने आई है। प्रदेश में कृषि भूमि में बने मकानों को राज्य सरकार द्वारा 501 रुपये में पट्टा जारी किया जायेगा। प्रदेशवासियों को अब तक गैर आवासीय मानी जा रही कृषि भूमि पर मकान या भूखंड मालिक बनाने के लिए सरकार ने नियमों को बदलने का निर्णय किया है। गरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने शुक्रवार को कोटा शहर में पदयात्रा के दौरान यह घोषणा की। कोटा उत्तर में क्षेत्रवासियों द्वारा पट्टे दिये जाने की मांग करने पर यूडीएच मंत्री ने आश्वसन दिया कि बारिश से पहले शहर में कैंप आयोजित कर एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाते हुए आवेदकों को पट्टे प्रदान किए जाएंगे। इस घोषणा से कोटा शहर में बडे पैमाने पर कृषि भूमि में बनी कॉलोनियों में रहने वाले नागरिकों को तोहफा मिल गया है। पट्टा मिल जाने से उनकी भूमि की कीमतें अब कई गुना बढ जायेंगी। याद दिला दें कि शिक्षा नगरी कोटा में बूंदी मार्ग एवं बारां मार्ग पर कोचिंग संस्थानों के कारण कृषि भूमि पर बडी संख्या में आवासीय कॉलोनियां, हॉस्टल, संस्थान, अपार्टमेंट के निर्माण कार्य जारी हैं। यूआईटी से अधिकृत पट्टा मिलने के बाद खेती की जमीनों की दरों में करोडों रुपये की बढोतरी होगी। धारीवाल ने कहा कि वार्ड 21 भदाना में पुलिया, सीसी रोड, सामुदायिक भवन सहित 25 करोड़ के विकास कार्य करवाए जा चुके हैं।

LEAVE A REPLY