जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार देश की सीमाओं की रक्षा करते शहीद हुए हमारे जांबाज सैनिकों के परिवारों की मदद में कोई कमी नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि हम सभी देशवासी इस मुश्किल घड़ी में शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं।
गहलोत को उन्हें मिले स्मृति चिन्हाें तथा उपहारों के नीलामी कार्यक्रम ‘वीरांजलि‘ में शहीदों के परिवारों की मदद के लिए मुक्तहस्त से सहयोग करने वाले भामाशाहों को संबोधित कर रहे थे।
भारत सेवा संस्थान के माध्यम से महावीर जैन स्कूल में हुए इस कार्यक्रम में श्री गहलोत को मिले स्मृति चिन्हों तथा उपहारों की नीलामी और भामाशाहों द्वारा समर्पित राशि से करीब 1.36 करोड़ रूपए की राशि प्राप्त हुई है। इनमें से एक करोड़ 6 लाख रूपए 239 चैक के माध्यम से तथा करीब 30 लाख रूपए का सहयोग उपलब्ध कराने के लिए दानदाताओं ने अपनी प्रतिबद्धता दर्शायी। साथ ही भामाशाहों ने शहीदों के परिवारों के लिए पांच फ्लैट भी समर्पित किए। यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष के माध्यम से शहीदों के परिवारों की मदद के लिए दी जाएगी।
गहलोत ने इस अवसर पर सभी भामाशाहों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब-जब भी ऎसे मौके आए राज्य सरकार के साथ-साथ प्रदेशवासियों ने भी आगे आकर खुले मन से शहीद परिवारों की मदद के लिए सहयोग किया है। बड़ी संख्या में प्रदेशभर से भामाशाह शहीदों के परिवारों के सहयोग के लिए आज इस कार्यक्रम में आए हैं जो दिखाता है कि हम सभी अपना फर्ज अदा करने में पीछे नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध के समय मुझे 56 शहीदों के परिवारों की पीड़ा को नजदीक से जानने तथा बहादुर सैनिकों की शहादत को नमन करने का मौका मिला था। उस समय हमारी सरकार ने शहीदों के परिवारों की सहायता के लिए जो पैकेज दिया वह देश में सबसे बेहतर था। अब हमने इस पैकेज की राशि बढ़ाकर 50 लाख रूपए तक कर दी है।
इससे पहले भारत सेवा संस्थान के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने कहा कि कारगिल युद्ध में शहीद जवानों एवं सुनामी से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए भी स्मृति चिन्ह एवं उपहारों के नीलामी कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। जिनमें लोगों ने खुले दिल से सहयोग किया था। गुजरात में आए भूकम्प, सुनामी त्रासदी, जम्मू-कश्मीर भूकम्प तथा केरल में आई बाढ़ के समय भी ऎसे कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। उन्हाेंने कहा कि संस्थान गहलोत की प्रेरणा से युवाओं के लिए वाचनालय, दिव्यांगजनों के लिए शिविर जैसी रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन करता है। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। संस्थान के सचिव श्री जीएस बापना भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत में सभी लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर पुलवामा में शहीद जवानों को अपनी श्रद्धांजलि दी।