जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने भारतीय विश्वविद्यालय संघ के सम्मेलन में उपस्थित कुलपतियों से पूछा कि हमारे देश में प्रतिभाओं की बहुतायात है, फिर भी हम उच्च शिक्षा की वैश्विक रैंकिंग में पिछड़ क्यों रहे हैं? राज्यपाल ने कहा कि सम्मेलन में सभी कुलपति देश की उच्च शिक्षा की मजबूती पर गहन मंथन करें। श्री मिश्र ने उच्च शिक्षा में नवाचार और इसे रोजगार उन्मुखी बनाने पर चिंतन करने की आवश्यकता जताई।
राज्यपाल बुधवार को यहां मानसरोवर स्थित आई.आई.एस.मानद् विश्वविद्यालय में आयोजित पश्चिम क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन का आयोजन भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा किया गया। सम्मेलन में 90 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भाग लिया।
मिश्र ने कहा कि सभी को मिलजुल कर उच्च शिक्षा में कीर्तिमान स्थापित करने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र से प्रतिभाएं पलायन नहीं करनी चाहिए। प्रतिभाओं को विश्वविद्यालयों में उत्कृष्ट स्तर की अनुसंधान सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी। राज्यपाल ने कुलपतियों का आव्हान किया कि युवाओं को कत्र्तव्यों का ज्ञान कराना होगा। इसके लिए संविधान द्वारा प्रदत्त कत्र्तव्यों पर विश्वविद्यालयों में गोष्ठियां आयोजित की जाये। श्री मिश्र ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता पर आधारित तकनीकी शिक्षा प्रणाली को विकसित करना होगा। विश्व के बाजार के अनुरूप शिक्षा में व्यावहारिक तकनीकी बदलाव करना होगा।
कार्यक्रम को भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष प्रो. एम. एम. सांलूखे, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. भूषण पटवर्धन, संघ की महासचिव डॉ. पंकज मित्तल ने भी सम्बोधित किया। स्वागत भाषण आई.आई.एस.के कुलपति श्री अशोक गुप्ता ने किया। डॉ. राखी गुप्ता ने आभार ज्ञापित किया।