– कल्याण सिंह इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बर्खास्त किया जाये, बजरंग दल, विहिप पर प्रदेश में प्रतिबंध लगे
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह से इस्तीफे की मांग की है। डूडी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 19 अप्रैल को बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की याचिका पर कल्याण सिंह को आरोपी माना है लेकिन संविधान के आर्टिकल 361 के तहत राज्यपाल के खिलाफ क्रिमिनल या सिविल ट्रायल नहीं चलायी जा सकती। कल्याण सिंह के पद से हटते ही उनके खिलाफ भी दूसरे अन्य आरोपियों की तरह मुकदमा चलाया जाएगा। इसलिए कल्याण सिंह को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष डूडी ने आज एक पत्रकार वार्ता में कहा कि यदि कल्याण सिंह इस्तीफा नहीं देते हैं तो राष्ट्रपति को इन्हें बर्खास्त करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में दो साल में सुनवाई पूरी करने को कहा है। चूंकि कल्याण सिंह 6 दिसंबर 1992 को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री थे और अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में कल्याण सिंह एक अहम कड़ी हैं। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें पद पर रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 की आपराधिक साजिश में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता आरोपी माने गये हैं। बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद पूरे देश में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे हुए और हजारों निर्दोष लोगों की जानें गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाते कल्याण सिंह ने जुलाई 1992 में सुप्रीम कोर्ट में शपथपत्र दिया था कि बाबरी मस्जिद के ढ़ांचे को यथावत रखा जाएगा लेकिन उन्होंने 6 दिसंबर 1992 को इस वचन को नहीं निभाया। इस वजह से 24 अक्टूबर 1994 को सुप्रीम कोर्ट ने अदालत की अवमानना पर कल्याण सिंह को एक दिन की सजा और 20 हजार रूपये जुर्माने की सजा भी सुनाई थी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीबीआई ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस मामले में आपराधिक साजिष रचने को लेकर आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी के तहत सांप्रदायिक उन्माद व दंगे भड़काने, धारा 505 के तहत झूठे दस्तावेज प्रस्तुत करने, धारा 120 बी के तहत आपराधिक षडंयत्र रचने जैसे गंभीर आरोप लगाये हैं। इसलिए कल्याण सिंह का पद पर बने रहना संवैधानिक प्रतिष्ठा पर आघात है।

-बजरंग दल-विहिप पर लगे प्रतिबंध

नेता प्रतिपक्ष डूडी ने 1 अप्रैल,2017 को अलवर जिले के बहरोड़ कस्बे में कथित गौरक्षकों के उपद्रव और पहलू खान की हत्या का मामला उठाते हुए प्रदेश में बजरंग दल और विष्व हिन्दू परिषद पर प्रतिबंध की मांग की। उन्होंने कहा कि ये संगठन गौरक्षा के नाम पर प्रदेश में सांप्रदायिक उन्माद और आतंक फैला रहे हैं। राज्य के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया पहलू खान को गौतस्कर बताकर मामले को गलत दिश दे रहे हैं। जबकि पहलू खान ने गौ-पालन के लिए गायें खरीदी थी। डूडी ने कहा कि कटारिया को पहलू खान के घर जाकर उसके परिजनों से माफी मांगनी चाहिए अन्यथा इस्तीफा दे देना चाहिए। डूडी ने कहा कि प्रदेश में अनेक क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समाज के लोग गौ-पालन करते हैं। लेकिन बजरंग दल और विहिप जैसे कट्टरवादी संगठन मजहब के आधार पर गौ-पालन तय कराना चाहते हैं जो कि स्वीकार्य नहीं है। राजस्थान का भाईचारा और अमन-चैन बिगाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बहरोड़ मामले की प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने सीबीआई जांच की मांग की है। सरकार को सीबीआई जांच की मांग तत्काल स्वीकार करनी चाहिए। विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण में भी प्रतिपक्ष इस मुद्दे को सदन में पुरजोर रूप से उठायेगा।

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