जयपुर। अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में अलग ही अहमियत रखने वाले नायाब कोहिनूर हीरा अब अपने वास्तविक स्वरुप से आधा ही रह गया है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आए ब्रिटेन निवासी भारतीय पत्रकार अनिता आनंद ने एक सैशन में कहा कि जिस कोहिनूर हीरे को हम जानते हैं कि वह अब अपने ही मूल आकार से आधा ही रह गया है। ब्रिटिश शासक राजकुमार अल्बर्ट ने इस हीरे की चमक बढ़ाने के लिए इसे कटवा दिया था। कोहिनूर हीरे की अब तक यात्रा के बारे में भी अनिता आनन्द ने बताया। उन्होंने कहा कि यह बेशकीमती और नायाब हीरा हिन्दुस्तान से इंग्लैण्ड में पानी के जहाज से गया था। वहां लोगों को दिखाने के लिए चमकीले पिंजरे में रखा था, लेकिन हीरे में चमक नहीं होने के चलते ब्रिटिश लोगों ने इसे पसंद नहीं किया था। तब इस हीरे का वहां के लोगों ने क्रिस्टल बताते हुए मजाक भी उड़ाया था। अनिता ने प्रसिद्ध इतिहासकार विलियम डेलरिंपल के साथ मिलकर कोहिनूर हीरे पर एक किताब लिखी है। अनिता ने उस पुस्तक के अंश भी पढ़कर सुनाए और उसका पूरा इतिहास भी बताया।

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