जयपुर। डायरेक्टर जनरल आॅफ गुड्स एंड सर्विस टेक्स इंटेलिजेंस विभाग (डीजीजीआई) ने जीएसटी कर चोरी का बड़ा खुलासा किया है। डीजीजीआई ने जीएसटी टैक्स चोरी मामले में मास्टर माइंड आदित्य अग्रवाल है। आदित्य अग्रवाल जोधपुर के हैं। इस पर आरोप है कि जीएसटी टैक्स की चोरी करने के लिए उसने सैकड़ों फर्जी कंपनियां बना रखी है, जिनके माध्यम से वह और उसके गिरोह में शामिल लोग व्यापारियों को जीएसटी टैक्स चोरी में सहायता करते थे। डीजीजीआई की प्रारंभिक जांच में आदित्य अग्रवाल और उसकी टीम के लोगों द्वारा अब तक सात सौ करोड़ से अधिक की जीएसटी चोरी करना सामने आया है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, टैक्स चोरी का यह आंकड़ा न केवल बढ़ेगा, बल्कि राजस्थान के बाहर भी इसके तार जुड़े होने का अंदेशा है।
डीजीजीआई ने आदित्य अग्रवाल को बुधवार देर रात अरेस्ट किया। आज इसे आर्थिक अपराध कोर्ट जयपुर में पेश किया जाएगा। उधर, डीजीजीआई की कार्रवाई में आदित्य अग्रवाल की गिरफ्तारी की सूचना सामने आते ही व्यापारिक जगत में हलचल है। आदित्य अग्रवाल और उसकी टीम में शामिल लोगों ने प्रदेश के सैकड़ों व्यापारियों से जीएसटी चोरी में मदद की है। अब इनकी गिरफ्तारी से ऐसे व्यापारियों की भी पोल खुलेगी, साथ ही डीजीजीआई इन पर भी कानूनी कार्रवाई करेगा। जीएसटी चोरी के मामले में प्रदेश की कई नामी फर्मों का नाम भी सामने आ रहा है।
वहीं आदित्य अग्रवाल के तार एक महीने पहले गिरफ्त में आई 58 करोड़ रुपए की जीएसटी टैक्स चोरी के आरोपियों से भी बताए जाते हैं। डीजीजीआई ने इस मामले में एक बिजनेसमैन श्रीराम कुमार सिंह, संदीप अग्रवाल और जयपुर के सीए पंकज खण्डेलवाल को अरेस्ट किया था। सूत्रों का कहना है कि ये भी आदित्य अग्रवाल के सम्पर्क में थे और उसी के इशारे पर टैक्स चोरी में लिप्त रहे हैं।