अहमदाबाद। बीते दिनों गुजरात में राज्यसभा चुनाव में नाटकीय ढंग से अहमद पटेल की जीत हो गई थी। इसके भाजपा सकते में थी क्योंकि भाजपा को पूरी उम्मीद थी कि इन चुनावों में अहमद पटेल की हार पक्की है मगर अहमद पटेल भी पुराने राजनीतिज्ञ हैं उन्होंने यह चुनाव जीतकर भाजपा को सकते में डाल दिया। यही कारण है कि गुजरात हाईकोर्ट ने सोमवार को बीजेपी कैंडिडेट बलबंत सिंह राजपूत की याचिका पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमत पटेल को नोटिस जारी किया है। बीजेपी नेता ने याचिका के माध्यम से आरोप लगाया है कि इस चुनाव में सभी नियमों का पालन नहीं किया गया। याचिका में आरोप लगाया गया था कि दो अवैध वोटों के बावजूद कांग्रेसी नेता को जीत दे दी गई। एक अखबार के इस मामले में हाईकोर्ट ने दो अन्य विजेता उम्मीदवार बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और स्मृति ईरानी को भी नोटिस भेजा गया है।
राज्यसभा चुनाव से कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए राजपूत ने दो अन्य कांग्रेस विधायकों के मतों में छूट का दावा करते हुए कहा कि उन्हें विजेता घोषित किया जाना चाहिए था। गौरतलब है कि चुनाव आयोग के फैसले के बाद कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटेल को विजेता घोषित कर दिया गया था। दरअसल पटेल को जीत के लिए कम से कम 44 वोट चाहिए था और उन्हें कुल उतने ही वोट मिले थे। सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था। इस चुनाव में राजपूत को 38 वोट मिले थे। अपनी याचिका में राजपूत ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी ने जब एक बार दोनों मतों को मान्य करार दे दिया, तब आयोग को उस अधिकारी को किसी वोट को स्वीकार करने या रद्द करने के निर्देश देने का कोई अधिकार नहीं था।