ह्यूस्टन। कोर्ट मार्शल की कार्रवाई का सामना कर चुके एक पूर्व अमेरिकी वायुसेना कर्मी ने टेक्सास के एक ग्रामीण चर्च में रविवार को प्रार्थना के दौरान श्रद्धालुओं पर अपनी राइफल से अंधाधुंध गोलियां चलाईं जिसमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 अन्य घायल हो गये। बंदूकधारी द्वारा नरसंहार की यह ताजा घटना है। अधिकारियों ने कहा कि काले रंग के कपड़े पहने संदिग्ध ने सदरलैंड स्प्रिंग्स के पहले बैप्टिस्ट चर्च में घुसकर रविवार की सुबह प्रार्थना शुरू होने के तुरंत बाद अपनी हमलावर राइफल से गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। हताहतों की उम्र पांच से 72 वर्ष के बीच है। मृतकों में कई बच्चे, एक गर्भवती महिला एवं पादरी की 14 साल की बेटी शामिल है। टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबोट ने इस गोलीबारी को प्रांत के इतिहास की ‘‘सबसे बड़े नरसंहार वाली गोलीबारी’’ बताया और कहा कि प्रांत में झंडे आधे झुक रहेंगे।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि चर्च में गोलीबारी करने वाले की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच है और वह हथियारों से लैस श्वेत व्यक्ति था। हालांकि अधिकारियों ने उसका नाम नहीं बताया। लेकिन मीडिया ने बंदूकधारी की पहचान डेविन पैट्रिक केली :26: के रूप में की है जो 2014 में अमेरिकी वायु सेना से निष्कासित हुआ था। पुलिस ने कहा कि बंदूकधारी ने अपने वाहन में सड़क पार की और बाहर निकलकर अपनी राइफल से गोलियां चलाने लगा। वह चर्च के दाहिनी तरफ आगे बढा और गोली चलाते हुए इमारत के अंदर घुसा। बाहर निकलने पर उसका सामना एक स्थानीय निवासी से हुआ जिसने उसकी राइफल छीन ली और उस पर गोलियां चलाने लगा। इसके बाद स्थानीय व्यक्ति ने बंदूकधारी का पीछा किया जो अपने वाहन में मौके से फरार हो गया। बंदूकधारी अपने वाहन के अंदर मृत मिला। अधिकारी यह पता करने में जुटे हैं कि बंदूकधारी की मौत खुद को पहुंचाई चोट से हुई या स्थानीय व्यक्ति के हमले से हुई। टेक्सास के लोक सुरक्षा विभाग ने कहा कि बंदूकधारी की मौत की सटीक परिस्थितियों की जांच जारी है। सैन एंटोनियो की एफबीआई शाखा ने कहा कि बंदूकधारी की मंशा स्पष्ट नहीं है। वायु सेना की प्रवक्ता एन स्टैफानेक ने कहा कि केली का 2012 में अपनी पत्नी तथा बच्चों पर हमला करने के लिए कोर्ट मार्शल हुआ था। उसने एक साल जेल में बिताया। वायु सेना में उसकी रैंक भी कम कर दी गई थी।