जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि सिखों के 10वें गुरु गोविन्द सिंह जी ने सामाजिक सौहार्द और अन्याय के विरूद्ध प्रतिकार के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने विश्व को मानव धर्म की सेवा का महान संदेश दिया।
राजे शनिवार को राजापार्क में प्रबन्धन कमेटी गुरुद्वारा गुरुनानकपुरा की ओर से खालसा सिरजना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सिख समाज के लोगों को संबोधित कर रही थीं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित सिख समाज के लोगों को बैसाखी पर्व की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने साहित्य सृजन के साथ-साथ समाज उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। युवा पीढ़ी को उनके बताए मार्ग पर चलकर देश और प्रदेश के विकास में भागीदार बनना चाहिए।
राजे ने गुरु ग्रन्थ साहिब के आगे मत्था टेका और प्रदेश की खुशहाली की अरदास की। राजस्थान सिख सभा के अध्यक्ष अजयपाल सिंह ने सिरोपा और कृपाण भेंट कर मुख्यमंत्री का अभिनन्दन किया। मुख्यमंत्री ने आदर्श नगर स्थित श्रीकृष्ण परनामी मंदिर में भी दर्शन किए और महामति प्राणनाथ चतुर्थ शताब्दी महोत्सव में भाग लिया।
इस अवसर पर चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जसबीर सिंह, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक अशोक परनामी एवं महापौर अशोक लाहोटी भी उपस्थित थे।