नयी दिल्ली। आगामी चार नवम्बर को मनाई जाने वाली गुरु नानक जयंती से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि गुरु नानक देव जी, सिक्खों के पहले गुरु ही नहीं बल्कि जगत-गुरु हैं जिन्होंने पूरी मानवता के कल्याण के बारे में सोचने के साथ साथ सभी जातियों को एक समान बताया और महिला सशक्तिकरण एवं नारी सम्मान पर ज़ोर दिया था।प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने पैदल ही 28 हज़ार किलोमीटर की यात्रा की और इस दौरान सच्ची मानवता का सन्देश दिया। उन्होंने लोगों से संवाद किया, उन्हें सच्चाई, त्याग और कर्म-निष्ठा का मार्ग दिखाया।
मोदी ने कहा कि गुरु नानक ने लंगर चलाया जिससे लोगों में सेवा-भावना पैदा हुई। इकट्ठे बैठकर लंगर ग्रहण करने से लोगों में एकता और समानता का भाव जागृत हुआ। गुरु नानक देव जी ने सार्थक जीवन के तीन सन्देश दिए – परमात्मा का नाम जपो, मेहनत करो – काम करो और ज़रुरतमंदों की मदद करो। गुरु नानक देव जी ने अपनी बात कहने के लिए ‘गुरबाणी’ की रचना भी की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में हम गुरु नानक देव जी का 550 वां प्रकाश वर्ष मनाने जा रहे हैं।