नई दिल्ली. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि अगर देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो नोटबंदी नहीं होती। उन्हें नींद नहीं आती, इसलिए गुस्से में रहते हैं। केजरीवाल दिल्ली में जंतर-मंतर पर सभा को संबोधित कर रहे थे। यह सभा पीएम के खिलाफ पोस्टर लगाने पर हुई कार्रवाई के विरोध में थी। केजरीवाल ने लोगों से पूछा क्या कम पढे़-लिखे पीएम देश का निर्माण कर सकते हैं। अगर वे पढ़े-लिखे होते तो कहते कि केजरीवाल मुझे मनीष सिसोदिया दे दो, लेकिन उन्होंने तो सिसोदिया को जेल में डाल दिया। पीएम मोदी ने दावा किया था कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म होगा, लेकिन नहीं हुआ। इस वजह से देश की अर्थव्यवस्था 10 साल पीछे चली गई। आज पीएम पढ़े लिखे होते तो जीएसटी सही से लागू होता। लोग जानते ही नहीं है कि जीएसटी होता क्या है। पीएम ने 60 हजार सरकारी स्कूल बंद किए। अगर वे पढ़े लिखे होते तो शिक्षा की कीमत पता चलती। केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया के घर रेड का एक पैसा नहीं मिला, लेकिन वे अब तक जेल में हैं। सत्येंद्र जैन के घर रेड का एक पैसा नहीं मिला, लेकिन वे भी अब तक जेल में है। अडाणी के ऊपर इतने आरोप लगे, लेकिन सरकार ने एक जांच नहीं की। सुप्रीम कोर्ट ने ही मामले में जांच कमेटी बनाई, लेकिन प्रधानमंत्री ने उनके यहां ईडी और सीबीआई नहीं भेजी। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा पीएम के पास अफसर फाइल लेकर आता है कि आधी रात को लोकसभा बुलाकर नोटबंदी लागू कर दो। पीएम बिना पढ़े फाइल साइन कर देते हैं। देश को बेचने वाले ही देश की चादर पकड़ कर खड़े हैं और चोर जनता के बीच में से ढूंढ रहे हैं। इनसे देश की चादर छीन लो, फिर देखना इंसाफ कैसे होता है, एक-एक पैसे का हिसाब लेंगे।
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