जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि आरोग्य राजस्थान, नए मेडिकल काॅलेज तथा भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के माध्यम से राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहा है। टेलीमेडिसिन आदि नवाचारों में निजी अस्पतालों की भागीदारी से हम देश में अग्रणी राज्य बन सकेंगे। राजे शनिवार को इटर्नल हाॅस्पिटल में राजस्थान हार्ट अटैक ट्रीटमेंट (राहत) कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सरकारी और निजी क्षेत्र का समन्वित प्रयास जरूरी है। राहत कार्यक्रम ऐसा ही एक प्रयास है जिसके माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों में भी हार्ट अटैक के रोगियों को समय पर उचित इलाज मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न अंग प्रत्यारोपण तथा ओपन हार्ट सर्जरी जैसे जटिल उपचारों में सफलता हासिल कर लेने के बाद अब टेलिमेडिसिन के जरिए हृदय रोगियों को राहत देने का सपना भी पूरा होने लगा है। उन्होंने कहा, यह खुशी की बात है कि इस कार्यक्रम में अमेरिका के माउंट साइनाय जैसे अस्पताल सहयोग कर रहे हैं जो दुनियाभर में हार्ट अटैक ट्रीटमेंट के लिए विशिष्ट पहचान रखते हैं। राजे ने कहा कि हार्ट अटैक के बाद मरीज को कम से कम समय में अस्पताल पहंुचाना सबसे महत्वपूर्ण है। राहत कार्यक्रम में इसके लिए आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित और प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ सहित एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है जिससे मरीज को समय पर इलाज में बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मरीज और विशेषज्ञ डाॅक्टर के बीच समय और दूरी घटाने के लिए बनाए जाने वाले नेटवर्क में प्रदेशभर के सरकारी और निजी अस्पताल जुड़ेंगे। समारोह को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ तथा माउंट साइनाय अस्पताल के डाॅ. आर्थर ए. क्लाइन तथा ल्यूमेन ग्लोबल फाउंडेशन के चेयरमैन डाॅ. समीर मेहता ने सम्बोधित किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राहत कार्यक्रम के लिए एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया और अस्पताल के कंट्रोल रूम से राहत कार्यक्रम का लाइव डेमोन्स्ट्रेशन देखा।