चेन्नई। तमिलनाडु के अन्य क्षेत्रों के अलावा इस महानगर और निकटवर्ती कांचीपुरम, तिरुवल्लुर जिले में बारिश अब भी जारी है। मौसम विज्ञान विभाग ने बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बने होने के कारण अभी बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान लगाया है। चेन्नई में एक अक्तूबर से चार नवम्बर के बीच होने वाली सामान्य बारिश की तुलना में 93 फीसदी अधिक बारिश हुई है।मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र और ऊपरी चक्रवात परिसचंरण के कारण के कारण अभी और बारिश होने की संभावना है।राज्य के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।बस और रेल सेवाओं में देरी और गंभीर जाम के कारण यात्रियों को लगातार परेशानी हो रही है। राज्य के कुछ इलाकों में हल्की बारिश, अन्य में मध्यम और कुछ में भारी बारिश हो रही है।
राज्य में 27 अक्तूबर को उत्तर-पूर्व मॉनसून शुरू होने के बाद से वर्षाजनित घटनाओं में अभी तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है।एरिया साइक्लोन वार्निंग सेंटर के निदेशक एस. बालाचंद्रन ने कहा कि एक अक्तूबर से चार नवम्बर के बीच तमिलनाडु में 19 सेंटीमीटर बारिश हुई, जबकि सामान्य तौर पर 21 सेंटीमीटर बारिश होती है।उन्होंने कहा कि चेन्नई में इस दौरान 62 सेंटीमीटर बारिश हुई है जबकि सामान्य तौर पर 32 सेंटीमीटर बारिश होती है।तटीय इलाकों में दो-तीन दिनों में बारिश में कमी आ सकती है।पिछले 24 घंटे में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में काफी बारिश हुई है। स्कूल और कॉलेज जो 31 अक्तूबर से यहां बंद है, वह आज भी बंद रहे और कई विश्विवद्यालयों में परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। राज्य स्तर की ‘‘राष्ट्रीय मेधा खोज परीक्षा’’ जो आज होनी थी, वह अब 18 नवंबर को होगी।
निगम के अधिकारी, जिला कलेक्टर (कांचीपुरम, तिरुवल्लुर) सहित अन्य अधिकारी मिलकर राहत कार्य में जुटे हैं।
उत्तरी चेन्नई के एमकेबी नगर के कुछ हिस्सों, दक्षिण चेन्नई के मदिपक्कम इलाके और पश्चिम चेन्नई के कराप्पकम के पास पोरुर जैसे बाढ़ ग्रस्त इलाकों में सुरक्षा कारणों से बिजली काट दी गई थी।सोशल मीडिया पर लोगों ने बाढ़ग्रस्त इलाकों और यातायात परिवर्तन के बारे में लिखा और लोगों ने नन्मंगालम एवं पल्लिकराने में बाढ़ प्रभावित इलाकों में खाने के पैकेट और पानी बांटा।मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कल शहर और उपनगरों में कई जलमग्न इलाकों का दौरा किया था और इस बात पर जोर दिया था कि सरकार इस स्थिति से युद्ध स्तर पर लड़ रही है। वह यहां उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहुंचे थे। इस बीच, मौसम विज्ञान विभाग ने अपने एक बुलेटिन में कहा कि दक्षिण पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, निकटवर्ती श्रीलंका और तमिलनाडु तट पर लगातार कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।