जयपुर। गुलाबी शहर के विविध कलाओं के केंद्र जवाहर कला केंद्र (जेकेके) द्वारा नई दिल्ली के किरण नाडर म्यूजियम आॅफ आर्ट (केएनएमए) के सहयोग से राजस्थान में पहली बार हिम्मत शाह की कृतियों को प्रदर्शित करने जा रहा है। ‘द यूफोरिया आॅफ हिम्मत शाह – ए कंटीन्यूइंग जर्नी अक्राॅस सिक्स डिकेड्स‘ नामक यह प्रदर्षनी रूबीना करोडे द्वारा क्यूरेट की गई है। जेकेके की म्यूजियम गैलरीज में 29 अक्टूबर को इस एग्जीबिषन का प्रीव्यू होगा, जबकि आम जन इसे 31 अक्टूबर से 15 दिसम्बर (सोमवार एवं सार्वजनिक अवकाष के अतिरिक्त) तक देख सकेंगे।
यह प्रदर्शनी खुले आसमान के नीचे रहने वाले इस कलाकार की एकान्तता एवं प्रेरणास्पद खानाबदोश जीवन का सेलीब्रेषन है। इस प्रदर्षनी में शाह की बेहतरीन एवं समृद्ध कृतियों को प्रदर्षित किया जाएगा, जिन्हें इससे पूर्व कभी भी एक स्थान पर नहीं देखा गया। प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षणों में राजस्थान के प्राकृतिक दृष्यों से प्रेरित चित्र एवं मूर्तियां भी शामिल है।
इसमें केएनएमए संग्रह और कुछ निजी संग्रहों को शामिल करते हुए लगभग 200 कृतियां प्रदर्शित की जाएंगी। प्रसिद्ध टेराकोटा मूर्तियों, कांस्य मूर्तियों एवं चित्रों को प्रदर्षित किए जाने के साथ-साथ उनकी कुछ जानी-पहचानी एवं असाधारण कृतियां – हाई-रिलीफ म्यूरल्स, अर्ली ब्रंट पेपर कोलाज और दुर्लभ सिल्वर पेंटिंग्स प्रदर्षित की जाएंगी। इनके अतिरिक्त इसमें मौलिक टेराकोटा मूर्तियां, ड्रॉइंग्स, पोट्रेट्स, ब्रोंज हैड, भविष्य की इमारतों के स्केच और कांस्य स्कल्पचर्स भी शामिल है। जवाहर कला केंद्र की महानिदेशक, पूजा सूद ने कहा ‘इस शानदार प्रदर्शनी के लिए केएनएमए को सहयोग करके हम बेहद प्रसन्न हैं। जयपुर निवासी हिम्मत शाह के कार्यों को जयपुर में कभी भी सम्पूर्णता से प्रदर्षित नहीं किया गया। अतः जयपुर के दर्शकों के समक्ष उनके सम्पूर्ण कार्यों को प्रदर्शित करना हमारे लिए सम्मान और गर्व की बात है।‘
हिम्मत शाह के व्यक्तित्व के बारे में इस एग्जीबिषन की क्यूरेटर, रूबिना करोडे बताती हैं – यदि भारत का कोई कलाकार उत्साह से भरपूर है और जिसने कला के मुक्त स्वरूप को अपनाया है, तो वह हिम्मत शाह है।‘
इस प्रदर्शनी के बारे में टिप्पणी करते हुए हिम्मत शाह कहते हैं – ‘मैं इस प्रदर्शनी को संभव बनाने के लिए किरण नाडर, पूजा सूद और रूबिना करोडे का आभारी हूं। जयपुर शहर, जहां मैं रह रहा हुॅ, में मेरे सम्पूर्ण जीवन के कार्यों को प्रदर्षित करना मेरे लिए अत्यंत संतोषजनक अनुभव है। मेरे विचार और अवधारणाएं किसी स्वरूप के भीतर देखने पर आधारित है। मैंने अपने सम्पूर्ण जीवन में कार्य किया है। कार्य के दौरान मैं पूर्ण रूप से दूसरी दुनिया में डुब जाता हूं। यह एक रहस्य है।‘
केएनएमए की संस्थापक एवं अध्यक्ष, किरण नाडर कहती हैं ‘60 के दषक के दौरान भारतीय आधुनिक कला में हिम्मत शाह का योगदान विषिष्ट एवं अद्वितीय रहा है। यह महत्वपूर्ण है कि दृढ़ प्रतिबद्धता और मौलिक दृष्टि वाले ऐसे योग्य कलाकार को दुनिया मे ंउचित स्थान प्राप्त हो। इनके कार्यों को जनता के मध्य लाया जाना चाहिए। इस दिषा में केएनएमए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।‘