जयपुर। दुनिया में जानी दुश्मन के तौर पर पहचान रखने वाले और खुलेआम परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले दो देशों अमरीका और उत्तरी कोरिया के प्रमुखों ने सारे मतभेद भुलाकर आज ना केवल ऐतिहासिक बैठक की, बल्कि खुशमिजाज माहौल में सकारात्मक वार्ता भी की। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन ने सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप में एक दूसरे से हाथ मिलाया और बातचीत भी की। पहले दौर की बातचीत के बाद फिलहाल दोनोें देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक चल रही है।
सेंटोसा द्वीप के कैपेला रिजॉर्ट में दोनों नेताओं के बीच 41 मिनट तक मुलाकात हुई। यह पहला मौका है, जब कोई अमरीकी राष्ट्रपति किसी उत्तर कोरिया प्रमुख से मिला है। इस मुलाकात को दुनिया के लिए ऐतिहासिक बताया जा रहा है। इस वार्ता के बाद उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु परीक्षण और हथियारों की होड़ पर लगाम लग सकेगी, साथ ही उस पर लगे अमरीकी प्रतिबंध में ढील दी जा सकती है। दोनों देशों के प्रमुखों की मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर थी। हर कोई उम्मीद जता रहा है कि यह मुलाकात सफल रहेगी।
किम के साथ टम्प ने मीडिया से कहा कि हमारी मुलाकात शानदार रही और हमारे रिश्ते बेहतर होंगे। साथ ही हम अच्छी चर्चा करने वाले है। इसमें कोई संदेह नहीं है। किम ने भी कहा कि हमारी राह में कई रोडे थे, जिन्हें हमने पार पा लिया है। अब आगे सब ठीक होगा। इस मुलाकात के कई मायने है। अगर यह मुलाकात सफल रही तो कोरिया प्रायद्वीप में हथियारों की होड रुकेगी और शांति रहेगी। मुलाकात से पहले अमेरिका ने परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले उत्तर कोरिया को विशिष्ट सुरक्षा गारंटी की पेशकश की थी।